Edited By Urmila,Updated: 17 Jan, 2025 03:23 PM
कंगना ने सोशल मीडिया पर लिखा, "यह कला और कलाकार का पूर्ण शोषण है...
पंजाब डेस्क: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से अभिनेता-निर्देशक और भाजपा सांसद कंगना रनौत की 'इमरजेंसी' पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने के एक दिन बाद, राज्य में सिनेमा थिएटर मालिकों ने शुक्रवार को फिल्म दिखाने से इनकार कर दिया। इसके बाद कंगना रनौत की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
कंगना ने सोशल मीडिया पर लिखा, "यह कला और कलाकार का पूर्ण शोषण है, पंजाब के कई शहरों से खबरें आ रही हैं कि ये लोग 'इमरजेंसी' की इजाजत नहीं दे रहे हैं।" मैं सभी धर्मों का बहुत सम्मान करती हूं और चंडीगढ़ में पढ़ाई और पले-बढ़े होने के कारण मैंने सिख धर्म को करीब से देखा और उसका पालन किया है। "यह पूरी तरह झूठ है और मेरी छवि खराब करने तथा मेरी फिल्म को नुकसान पहुंचाने के लिए इसका प्रचार किया जा रहा है।"
गौरतलब है कि कंगना ने यह जवाब कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा के ट्वीट पर दिया है। दरअसल, सुखपाल सिंह खैहरा ने सोशल मीडिया पर लिखा था, "मैं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की मांग का समर्थन करता हूं कि कंगना रनौत द्वारा निर्देशित फिल्म 'इमरजेंसी' पर प्रतिबंध लगाया जाए।" खैहरा ने कहा कि पंजाब सरकार को इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए तत्काल कदम उठाना चाहिए, जिसमें सिखों को गलत दर्शाती है तथा हमारे राज्य पंजाब और उसके लोगों को बदनाम करती है।
गौरतलब है कि पंजाब के लोग कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' नहीं देख पाएंगे। राज्य के सिनेमाघर मालिकों ने इस फिल्म के खिलाफ बड़ा फैसला लिया है। हालांकि यह फिल्म आज पूरे भारत में रिलीज हो गई है, लेकिन पंजाब के सिनेमा मालिकों ने फिल्म को प्रदर्शित न करने का निर्णय लिया है। हालांकि, गौर करने वाली बात यह है कि प्रशासन ने राज्य में फिल्म पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।
बरनाला, मानसा, मोगा, पटियाला समेत पंजाब के कई जिलों के सिनेमाघरों में यह फिल्म नहीं दिखाई गई है। ऐसे में अब कंगना रनौत का पहला बयान भी सामने आ गया है। पंजाब में फिल्म के विरोध पर कंगना ने कहा है कि यह कला और कलाकार को पूरी तरह से परेशान करने वाला है। पंजाब के कई शहरों से खबरें आ रही हैं कि ये लोग फिल्म 'इमरजेंसी' को सिनेमाघरों में नहीं चलने दे रहे हैं। मैं सभी धर्मों का बहुत सम्मान करती हूं। चंडीगढ़ में पढ़ाई और पले-बढ़े होने के कारण मैंने सिख धर्म को करीब से देखा और उसका पालन किया है। मेरी छवि खराब करने के लिए झूठ बोला जा रहा है।
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