Edited By Vatika,Updated: 30 Dec, 2025 05:13 PM

केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा में किए गए बदलावों के विरोध में पंजाब विधानसभा में उस समय माहौल गरमा गया
चंडीगढ़: केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा में किए गए बदलावों के विरोध में पंजाब विधानसभा में उस समय माहौल गरमा गया, जब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सदन में बोलना शुरू किया। उनके भाषण के दौरान कांग्रेस विधायक सुखपाल खैहरा ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। बढ़ते हंगामे के बीच स्पीकर के निर्देश पर सुखपाल खैहरा को सदन से बाहर कर दिया गया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उनकी पार्टी उन्हें सदन में बोलने का मौका नहीं देती, इसलिए वह यहां अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। उन्होंने स्पीकर कुलतार सिंह संधवां से कहा कि एक बेहद गंभीर मुद्दे पर बहस चल रही है और इस तरह का व्यवधान डालने वालों को सदन से बाहर किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि कांग्रेस मनरेगा के खिलाफ है या इसके समर्थन में, क्योंकि उन्हें डर है कि यदि वह बोलेंगे तो उनके सारे राज़ खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये लोग उनका भाषण बाधित कर रहे हैं, लेकिन वह उनके जैसे नहीं हैं कि पढ़ते ही कुर्सियों पर बैठ जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सदन को मज़ाक बना कर रख दिया है।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस का रवैया है, इस बार जितने विधायक हैं, अगली बार उतने भी नहीं रहेंगे। उन्होंने परगट सिंह पर भी तंज कसते हुए कहा कि जब आप यहां हमारे साथ बैठते नहीं हैं, तो फिर दिल्ली क्यों जाएंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस सत्र लंबा करने की मांग करती है, लेकिन चार घंटे के सत्र में भी बैठ नहीं पाती। इससे साफ होता है कि वे भाजपा के साथ मिले हुए हैं।