Edited By Subhash Kapoor,Updated: 27 Dec, 2025 05:46 PM

सरकारी आई.टी.आईज कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी यूनियन पंजाब संगठन के नेता अमरजीत सिंह, गुरविंदर सिंह, गुरपाल सिंह, गुरलाभ सिंह, मनजीत कुमार, देस सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार ने वायदे के मुताबिक उनकी मांगें पूरी नहीं की हैं। जिसके विरोध में संस्थानों का काम...
जलालाबाद (बजाज) - सरकारी आई.टी.आईज कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी यूनियन पंजाब संगठन के नेता अमरजीत सिंह, गुरविंदर सिंह, गुरपाल सिंह, गुरलाभ सिंह, मनजीत कुमार, देस सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार ने वायदे के मुताबिक उनकी मांगें पूरी नहीं की हैं। जिसके विरोध में संस्थानों का काम (ट्रेनिंग का काम, सभी पोर्टल का काम, वेरिफिकेशन का काम, ऑफिस का काम, ईएमसी ऐप का काम) पूरी तरह से बंद करके टेक्निकल एजुकेशन विभाग, चंडीगढ़ के हेड ऑफिस पर 22 दिसंबर से पक्का धरना शुरू किया गया है, जो लगातार जारी है, लेकिन आज तक किसी अधिकारी ने बातचीत करने की कोशिश तक नहीं की। जिसके चलते अब संगठन ने फैसला किया है कि वे अब 5 जनवरी 2026 को मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र धुरी में विरोध रैली करेंगे।
नेताओं ने कहा कि लंबे समय से वे पंजाब की सरकारी आई.टी.आईज में ग्रुप बी-ग्राफ्ट इंस्ट्रक्टर के तौर पर कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर बिना किसी सरकारी सुविधा के सिर्फ 15,000 रुपये महीने पर शोषण का शिकार हो रहे हैं। हम डीजीटी भारत सरकार द्वारा मांगी गई सभी शैक्षणिक योग्यताएं पूरी करते हैं, लेकिन फिर भी पंजाब सरकार हमारे साथ खुलेआम धक्का कर रही है। हम इस सरकार में पिछले 3.5 साल से बातचीत के जरिए हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं। पंजाब सरकार ने हमारी मांगों को हल करने पर ध्यान नहीं दिया है। इसके अलावा, वे मुख्यमंत्री भगवंत मान के सरकारी आवास के 50-60 चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उन्होंने आज तक हमें एक मिंट का भी समय नहीं दिया है। इसलिए अगर सरकार ने अब भी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले दिनों में बाकी कैबिनेट मंत्रियों के घरों का भी घेराव किया जाएगा।
उन्होंने मांग की कि पंजाब सरकार कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे सभी 700 क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर को विभाग के तहत खाली पोस्ट पर 35400 बेसिक सैलरी पर रेगुलर या कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर मर्ज करे। सैलरी और छुट्टी से जुड़ी पेंडिंग ई-फाइल को तुरंत मंजूरी दी जाए और अगस्त 2024 से मिलने वाला एरियर दिया जाए। जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है, उन्हें तुरंत ज्वाइन कराया जाए। जब तक 700 क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर परमानेंट नहीं हो जाते, तब तक इंस्टीट्यूशन में चल रही गेस्ट फैकल्टी की भर्ती तुरंत रोकी जाए।