Edited By Tania pathak,Updated: 28 Jul, 2020 03:39 PM
सरकार शराब और रेत -बजरी कारोबारियों को कोरोना की दीवार में करीब 1000 करोड़ रुपए की छूट दे सकती है परन्तु सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को परीक्षा फ़ीस का 80 करोड़ रुपए नहीं छोड़ सकी...
चंडीगढ़ (रमनजीत): एक तरफ सरकार दावा कर रही है कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों से फीस नहीं वसूली जायेगी, जबकि दूसरी तरफ़ विद्यार्थियों से परीक्षा फीस के तौर पर करोड़ों रुपए इकठ्ठा कर लिए गए। इस साल परीक्षाएं ली ही नहीं गई, इसलिए सरकार विद्यार्थियों से वसूली गई परीक्षा फ़ीस उनको वापस करे। यह माँग आम आदमी पार्टी की तरफ से समिति के चेयरमैन प्रिं. बुद्धराम ने की है। उन्होंने कहा सरकार शराब और रेत -बजरी कारोबारियों को कोरोना की दीवार में करीब 1000 करोड़ रुपए की छूट दे सकती है परन्तु सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को परीक्षा फ़ीस का 80 करोड़ रुपए नहीं छोड़ सकी, वह भी उस हालत में जब परीक्षा हुई ही नहीं। पहली बार हुआ है कि 10वीं के दलित विद्यार्थियों के पास से 800 रुपए प्रति विद्यार्थी परीक्षा फ़ीस वसूल के लिए गई।