Edited By Tania pathak,Updated: 26 Feb, 2021 09:54 AM
सिंडीकेट बैठक में वित्तीय संकट का मुद्दा गर्माया रहा। लंबी चर्चा के बाद सिंडीकेट ने....
पटियाला (मनदीप सिंह जोसन): वित्तीय संकट से जूझ रही पंजाबी यूनिवर्सिटी की सिंडीकेट बैठक में वित्तीय संकट का मुद्दा गर्माया रहा। लंबी चर्चा के बाद सिंडीकेट ने सर्वसम्मति से 10 प्रतिशत फीसें बढ़ाने का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही कर्जा माफ करवाने तथा वेतनों के लिए ग्रांट लेने यूनिवर्सिटी दोबारा सरकार के दरबार में जाएगी।
एडीशनल चीफ सेक्रेटरी रवनीत कौर जिनके पास यूनिवॢसटी के वी.सी. का चार्ज है, ने यह मीटिंग चंडीगढ़ में बुलाई थी जो लगभग 30 मुद्दों पर 3 घंटे के करीब चर्चा के पश्चात यूनिवर्सिटी इस समय कर्जे के अलावा 2 महीने से कर्मचारियों के वेतन पेंडिंग पड़े हैं। सिंडीकेट ने पूर्व वाइस चांसलर द्वारा फ्लैटों की अलाटमैंटों की सीनियोरिटी तोडऩे के फैसले को गंभीरता से लेते हुए इस पर एक कमेटी बनाकर अगले फ्लैटों की अलाटमैंट सीनियोरिटी के आधार पर करने के आदेश दिए हैं।
फीसें बढ़ाने का फैसला नहीं किया गया: मैडम रवनीत कौर
एडीशनल चीफ सैके्रटरी पंजाब तथा पंजाबी यूनिवर्सिटी की कार्यकारी वी.सी. रवनीत कौर ने बताया कि फीसें बढ़ाने का फैसला बैठक में नहीं लिया गया। उन्होंने सफाई सेवकों के मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि विद्या के मंदिर में इस तरह गंदगी फैलाना बिल्कुल गलत है। अगर किसी को कोई परेशानी है तो उसे यूनिवॢसटी के अधिकारियों के साथ बात करनी चाहिए।
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