Edited By swetha,Updated: 17 Jan, 2019 10:02 AM
पंजाब में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। अगर यही हाल रहा तो आगामी समय में उसके हाथ से मुख्य विरोधी पक्ष की कुर्सी छिन सकती है। बता दें कि आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा भेजने वाले बलदेव सिंह से पहले एच.एस....
चंडीगढ़ःपंजाब में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। अगर यही हाल रहा तो आगामी समय में उसके हाथ से मुख्य विरोधी पक्ष की कुर्सी छिन सकती है। बता दें कि आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा भेजने वाले बलदेव सिंह से पहले एच.एस. फूलका और सुखपाल सिंह खैहरा भी पार्टी को अलविदा कह चुके हैं।
फूलका विधायक पद से दे चुके हैं इस्तीफा
फूलका तो विधायक पद से भी अपना इस्तीफा पंजाब विधानसभा के स्पीकर को भेज चुके हैं। इस पर अभी तक स्पीकर की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है। यदि इन तीनों विधायकों को नियमों के मुताबिक अयोग्य घोषित कर दिया जाता है और खैहरा गुट के कुछ और विधायक भी इसी राह को अपनाते हैं तो आम आदमी पार्टी के हाथ से मुख्य विरोधी पक्ष की कुर्सी छिन जाएगी।
मास्टर बलदेव सिंह सीनियर नेताओं पर लगाए थे गंभीर आरोप
उल्लेखनीय है कि गत दिवस जैतो से विधायक मास्टर बलदेव सिंह ने आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय कन्वीनर अरविंद केजरीवाल को नाराजगी भरी चिट्ठी लिख सीनियर नेताओं खासकर दुर्गेश पाठक पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि वह ‘आप’ की विचारधारा में अंतर आने के कारण पार्टी छोड़ने को मजबूर हुए हैं।
मास्टर बलदेव सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दुर्गेश पाठक दिल्ली बैठकर पंजाब की राजनीति व विधायकों को कठपुतली की तरह चलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने केजरीवाल को लिखी अपनी चिट्ठी में विधानसभा चुनाव दौरान दिल्ली के नेताओं पर औरतों के शारीरिक शोषण से लेकर टिकटें बेचने तक के इल्जाम लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के नेता अपने चहेतों को आगे लाते रहे परंतु केजरीवाल ने पंजाब के वालंटियर्स व नेताओं की ओर से सूचना पहुंचाने के बावजूद कुछ नहीं किया।