Edited By Vatika,Updated: 10 May, 2019 09:26 AM
इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग द्वारा पारदर्शिता के नाम पर कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इसके तहत पंजाब के 12 हजार पोलिंग स्टेशनों को वोटिंग के दौरान लाइव रखने का फैसला किया गया है। इस संबंधी स्टेट इलैक्शन कमिश्नर एस.के. राजू ने बताया कि इस...
लुधियाना (हितेश): इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग द्वारा पारदर्शिता के नाम पर कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इसके तहत पंजाब के 12 हजार पोलिंग स्टेशनों को वोटिंग के दौरान लाइव रखने का फैसला किया गया है। इस संबंधी स्टेट इलैक्शन कमिश्नर एस.के. राजू ने बताया कि इस फैसले का उद्देश्य सुरक्षा को सुनिश्चित करना है, जिसके तहत मार्क किए गए पोलिंग स्टेशनों पर कैमरों की टैस्टिंग का काम पूरा हो चुका है।
स्टेट इलैक्शन कमिश्नर व डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में बनेगा कंट्रोल रूम
इन कैमरों के जरिए पोलिंग स्टेशनों से लाइव देखने के लिए रिटॄनग अधिकारियों को मोबाइल फोन में ङ्क्षलक दिया गया है और इसके अलावा स्टेट इलैक्शन कमिश्नर व डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है।
ज्यादा सैंसेटिव बूथों पर लगाए जा रहे हैं माइक्रो ऑब्जर्वर
चुनाव आयोग द्वारा सैंसेटिव बूथों को लेकर 3 तरह की कैटागरी बनाई गई है, जिनमें से जो बूथ ’यादा सैंसेटिव होंगे उन पर माइक्रो ऑब्जर्वर लगाए जा रहे हैं। इसके लिए बैंक के सीनियर ऑफिसर की ड्यूटी लगाई गई है।
योजना पर एक नजर
-पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए हैं 22,213 पोलिंग स्टेशन।
-12,000 से ज्यादा पोलिंग स्टेशनों को किया गया है सैंसेटिव मार्क।
-ज्यादा सैंसेटिव व क्रिटिकल पोलिंग स्टेशनों की बनाई गई है कैटेगरी।
क्रिटिकल बूथों की होगी वीडियो रिकॉर्डिंग
चुनाव आयोग द्वारा जिन बूथों को क्रिटिकल के रूप में मार्क किया गया है उनमें अलग से वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी, जो टीमें पोलिंग स्टेशनों के एंट्री प्वाइंट/भीतरी हिस्से में काम करेंगी।
आई.टी. स्टूडैंट्स की ली जा रही है मदद
चुनाव आयोग द्वारा पोलिंग स्टेशनों पर वैब कास्टिंग करने की जिम्मेदारी वैसे तो एक कंपनी को दी गई है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में पोलिंग स्टेशनों से एक साथ लाइव करने के लिए विभिन्न कालेजों के जरिए आई.टी. स्टूडैंट्स की मदद भी ली जा रही है।