Edited By swetha,Updated: 16 Sep, 2019 08:17 AM
डी.सी. दफ्तर वाला पक्का धरना जारी
संगरूर(बेदी, हरजिन्द्र): पिछले 2 हफ्तों से धरनों का गढ़ बने संगरूर में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती के बावजूद टैट पास बेरोजगार बी.एड. अध्यापक यूनियन ने रोपड़ जेल भेजे 13 साथियों की रिहाई, 15000 नई असामियों के इश्तिहार जारी करवाने, 55 प्रतिशत अंकों वाली शर्त रद्द करवाने, एक्सटैंशन नीति रद्द करवाने और उम्र सीमा की शर्त बढ़ाने आदि की मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला की कोठी के आगे रोष मुजाहिरा किया।
शिक्षा मंत्री की कोठी पहुंचने से पहले प्रशासन बेरोजगार अध्यापकों को मीटिंगें करवाने का भरोसा देता रहा परंतु मीटिंग संबंधी लिखित तौर पर पत्र देने की मांग पर अड़े अध्यापकों ने कोठी के आगे पहुंचते ही बैरीकेङ्क्षडग उठाने की कोशिश की, जिस दौरान हुई धक्का-मुक्की में एक अध्यापक कुलवंत लौंगोवाल की पगड़ी उतर गई और स्थिति तनावपूर्ण बन गई। बेरोजगार अध्यापकों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर डी.एस.पी. सतपाल शर्मा ने प्रदर्शनकारियों को शांत करवाया।
डी.एस.पी. सतपाल शर्मा की तरफ से बेरोजगार बी.एड. अध्यापकों की शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला के साथ तत्काल मीटिंग रैस्ट हाऊस में करवाई गई। मंत्री ने अध्यापकों को विश्वास दिलाया कि 25 सितम्बर तक वह पैनल मीटिंग करेंगे परंतु अध्यापकों ने मीटिंग को बेनतीजा करार दिया। अध्यापकों की तरफ से धरने में पहुंच कर बैरीकेङ्क्षडग उठाने और फिर बरनाला रोड जाम करने की चेतावनी दी गई, जिसके उपरांत अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर दीपक महेन्द्रू ने धरने में ऐलान किया कि कल 10 बजे यूनियन के नुमाइंदों को वह मीटिंग संबंधी लिखित पत्र सौंपेंगे। अब डी.सी. दफ्तर वाला पक्का धरना जारी है।
बेरोजगार यूनियन के सूबा प्रधान सुखविन्द्र सिंह ढिलवां, जनरल सचिव गुरजीत कौर खेली, प्रैस सचिव रणदीप संगतपुरा ने कहा कि गिरफ्तार अध्यापकों को तुरंत बिना शर्त रिहा किया जाए। उन्होंने कहा कि इतने धरने-मुजाहिरे करने के बावजूद शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिंगला सिर्फ बयान दे रहे हैं, उन्होंने धरने में आकर बात करनी भी उचित नहीं समझी।