Edited By Suraj Thakur,Updated: 18 Oct, 2019 10:10 AM
महाराजाओं की एक खासियत थी कि वे जहां भी भ्रमण पर जाते थे वहां से एक महारानी ले आते थे।
जालंधर। ब्रिटिश काल में जब रजवाड़ों पर अंग्रेजों का शिकंजा कसता जा रहा था तो इसी दौरान पंजाब के राजमहलों में कई प्रेम प्रसंग भी पनप रहे थे। महाराजाओं की एक खासियत थी कि वे जहां भी भ्रमण पर जाते थे वहां से एक महारानी ले आते थे। पंजाब के कपूरथला नरेश जगजीत सिंह और उनकी स्पेनिश रानी की कहानी भी कुछ इसी तरह की है।
महाराजा स्पेनिश संगीतकार महिला अनीता दिलगादो पर फिदा हो कर उसे राजघराने की महारानी बनाकर कपूरथला ले आए थे। इसके बाद अनीता पर अपने ही सौतेले बेटे से अवैध संबंधों के आरोप लगे थे। इसका जिक्र जेवियर मोरो ने अपने चर्चित उपन्यास "पैशन इंडिया" में भी किया गया है।
महाराजाओं में कई शादियां करने की रिवायत थी। उन्हें यह भी अहसास नहीं होता था कि उनकी पहले हुई रानियों के बच्चों की उम्र उनकी नई रानी के बराबर होगी। महाराजा जगजीत सिंह 1906 में स्पेन घूमने गए हुए थे। अनीता दिलगादो से उनकी मुलाकात एक नाइट क्लब में हुई थी।
अनीता और उसकी बहन कैमेलिया सिस्टर्स के नाम से प्रसिद्ध थीं। अनीता बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी। महाराज का अनीता पर दिल आ गया और उससे शादी कर अपने साथ भारत ले आए। महाराज उसे दिलोजान से चाहते थे, लेकिन उस पर अपने ही सौतेले बेटे के साथ अवैध संबंधों का आरोप लगा। करीब दो दशकों बाद महाराजा ने उसे भारी भरकम पेंशन के साथ फिर यूरोप रवाना कर दिया था।