Edited By swetha,Updated: 14 Feb, 2019 02:03 PM
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र दौरान विधायक एच.एस. फुलका की तरफ से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एस.जी.पी.सी.) के चुनावों संबंधी रखे गए प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू उनके हक में उतर आए हैं।
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा के बजट सत्र दौरान विधायक एच.एस. फुलका की तरफ से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एस.जी.पी.सी.) के चुनावों संबंधी रखे गए प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू उनके हक में उतर आए हैं। सिद्धू ने कहा कि पहले तो अकाली फुलका को सम्मानित करने की बात कर रहे थे और अब गिरगिट की तरह रंग बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि फुलका ने मतदान कराने का जो मुद्दा विधानसभा में रखा है, यह लोकतंत्र का अधिकार है, जो अकालियों ने लोगों से छीना है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि 3 सालों से यह मतदान रोके गए हैं। भाजपा नहीं चाहती कि शिरोमणि समिति की मतदान हो, इसलिए अकाली सरकार के समय भी यह चुनाव नहीं हो सकें। पंजाब के लोगों को अपने गुरुद्वारे संभालने का पूरा हक है। एस.जी.पी.सी. मतदान की तारीख पर बोलते कैप्टन ने कहा कि इन मतदान का लोकसभा मतदान के साथ कोई लेना-देना नहीं है । मतदान जल्द से जल्द होना चाहिए।