Edited By Vatika,Updated: 02 Mar, 2021 09:04 AM
केन्द्र की एजैंसी सी.बी.आई. ने कुछ महीनों से पंजाब में एफ.सी.आई. के गोदामों व अन्य स्थानों पर छापेमारी का जो सिलसिला शुरू कर रखा है
जालंधर(खुराना): केन्द्र की एजैंसी सी.बी.आई. ने कुछ महीनों से पंजाब में एफ.सी.आई. के गोदामों व अन्य स्थानों पर छापेमारी का जो सिलसिला शुरू कर रखा है चाहे उसमें कोई बड़ा घोटाला अभी तक सामने नहीं आया है परंतु पंजाब के ज्यादातर राइस शैलर बंद जरूर हो गए हैं। इस कार्रवाई के चलते राज्य के ज्यादातर गोदामों के गेट बंद पड़े हैं। चावल लगाने के लिए स्पेस न होने के कारण मिलर्स को बड़ी परेशानी आ रही है।
पंजाब राइस मिलर्स वैल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान राकेश जैन ने बताया कि पंजाब की एजैंसियों ने शैलरों को खाली बारदाना देना था परंतु अब एजैंसियों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि एफ.सी.आई. पंजाब से फोर्टीफाइव किस्म लेना चाहती है परंतु पंजाब में अभी इसका एक भी प्लांट नहीं लगा है। राज्य में अगले साल ही इस किस्म के प्लांट लगने सम्भव हैं ऐसे में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को चाहिए कि वह प्रधानमंत्री या केन्द्रीय खाद्य मंत्री के समक्ष गोदामों के बंद होने, बारदाने की समस्या, चावलों के लिए स्पेस का मुद्दा तथा फोर्टीफाइव किस्म की शर्त को अगले साल तक लम्बित करने का मामला उठाएं। उन्होंने कहा कि केन्द्र तथा पंजाब सरकार में टकराव का सीधा नुक्सान राज्य के शैलर उद्योग को झेलना पड़ रहा है।