Edited By Tania pathak,Updated: 25 Sep, 2020 05:50 PM
उन्होंने चेतावनी दी है कि कि यदि बिजली विभाग का निजीकरण किया गया, तो वे सडक़ों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे और संघर्ष को और तेज किया जाएगा.....
होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): पावरकॉम ज्वाइंट फोरम पंजाब के आह्वान पर शुक्रवार को होशियारपुर पावरकॉम सर्कल दफ्तर के बाहर बिजली कर्मचारियों ने कृषि विधेयक व बिजली संशोधन बिल के खिलाफ सिटी डिवीजन सचिव मंधीर सिंह के नेतृत्व में केन्द्र सरकार का पुतला फूंक जोरदार रोष प्रदर्शन किया। बिजली कर्मचारियों ने किसान जत्थेबंदियों व आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि इक_े होकर केन्द्र सरकार के इस लोक विरोधी कदम का विरोध न किया गया, तो इस सरकार ने जल्दबाजी में कृषि विधेयकों की ही तरह बिजली संशोधन बिल 2020 को पास करके लोगों पर थोप देना है। उन्होंने चेतावनी दी है कि कि यदि बिजली विभाग का निजीकरण किया गया, तो वे सडक़ों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे और संघर्ष को और तेज किया जाएगा।
रोष प्रदर्शन को संबोधित करते हुए मंधीर सिंह, प्रवेश कुमार, विजय कुमार, अजीत पाल सिंह, अमन कुमार, कृष्ण लाल, अश्विनी कुमार, जरनैल सिंह ने कहा कि कृषि विधेयकों में किसानों के हित की मदों को हटाकर केन्द्र सरकार ने साबित कर दिया है कि वह केवल कॉरपोरेट जगत के हित में काम कर रही है। बिलों में एम.एस.पी. को एक आवश्यक वस्तु के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के बिजली विभागों को कौडिय़ों के भाव निजी कंपनियों के हाथों में देने जा रही है। इससे बिजली महंगी ही नहीं होगी बल्कि आम लोगों की पहुंच से दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जब से केन्द्र में मोदी सरकार आई है। इसने देश की आर्थिकता को भारी नुकसान पहुंचाया है और देश के कमाई करने वाले विभागों का निजीकरण करके चहेते सरमायेदारों को बेच रही है। इसके साथ ही चहेतों के नुकसान में चल रही कंपनियों को खरीद रही है।