Edited By Sunita sarangal,Updated: 02 May, 2021 11:39 AM
थाना कैंट के इंचार्ज ने कहा कि पुलिस ने मृतक की ओर से लिखे सुसाइड नोट को अपने कब्जे में ले लिया है और उसकी लाश का पोस्टमार्टम........
जालंधर(महेश): पी.ए.पी. की बटालियन 7 में तैनात हैड कांस्टेबल श्रेष्ठ गिल पुत्र शरीफ मसीह द्वारा जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर लेने का मामला सामना आया है। उक्त हैड कांस्टेबल ने ऐसा कदम एक महिला और 2 वकीलों सहित 5 लोगों से परेशान होकर उठाया। हैड कांस्टेबल ने खुदकुशी करने से पहले तीन पेजों का सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने पांच लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उसने कहा है कि सभी आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए। मृतक मूल रूप से जिला गुरदासपुर के गांव अब्बल खैर का रहने वाला था और काफी सालों से अपनी पत्नी और बच्चों सहित पी.ए.पी. कांम्पलैक्स में मंदिर के नजदीक स्थित क्वार्टर नंबर-90 में रहता था। थाना जालंधर कैंट के इंचार्ज इंस्पेक्टर रोहिनी, दीपिका, त्रिलोक शर्मा उर्फ हैरी, नरिन्द्र शीतल और इंद्र प्रकाश सभी निवासी जालंधर कैंट के खिलाफ खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने के लिए थाना जालंधर कैंट में केस दर्ज कर लिया गया है।
इंस्पेक्टर अजायब सिंह ने बताया कि हैड कांस्टेबल की पत्नी के अनुसार 30 अप्रैल की शाम करीब 6 बजे उसके पति श्रेष्ठ गिल ने क्वार्टर से बाहर जाकर जहरीला पदार्थ निगल लिया था। उसने वापिस आकर बताया कि रोहिनी नाम की महिला और उसके चार अन्य साथियों से परेशान होकर यह कदम उठाया है। उर्वशी ने बताया कि वह अपने पति की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रामा मंडी के जौहल अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने बताया कि श्रेष्ठ के शरीर में जहर पूरी तरह फैल चुका है, जिसके चलते उसकी मौत हो गई।
थाना कैंट के इंचार्ज औजला ने कहा कि पुलिस ने मृतक की ओर से लिखे सुसाइड नोट को अपने कब्जे में ले लिया है और उसकी लाश का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिवार वालों को दे दी गई है। अजायब सिंह ने कहा कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रेड कर रही है।
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