Edited By Kalash,Updated: 31 Mar, 2022 10:52 AM

पंजाब में भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी ने फिलहाल दूसरी पार्टियों के नेताओं को शामिल करने से तोबा कर ली है
लुधियाना (हितेश/विक्की): पंजाब में भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी ने फिलहाल दूसरी पार्टियों के नेताओं को शामिल करने से तोबा कर ली है। यहां बताना उचित होगा कि विधानसभा चुनाव के दौरान नेताओं द्वारा एक-दूसरी पार्टियों में जाने की जो मुहिम चल रही थी उसके तहत आम आदमी पार्टी द्वारा भी अकाली दल, भाजपा व कांग्रेस के नेताओं को शामिल करने का रिकॉर्ड कायम किया गया। इनमें से कई नेताओं को टिकट दी गई और कुछ विधायक भी बन गए हैं।
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हालांकि विधानसभा चुनाव के लिए दूसरी पार्टियों के नेताओं को शामिल करने का आम आदमी पार्टी के पुराने वर्करों ने विरोध भी किया लेकिन उस समय एतराज को पूरी तरह दरकिनार कर दिया गया। अब रिकॉर्डतोड़ बहुमत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी को अपने नए-पुराने वर्करों की भावनाओं की कदर करने की याद आ गई है। इसके तहत सरकार बनने के बाद आम आदमी पार्टी का हिस्सा बनने के लिए संपर्क कर रहे दूसरी पार्टियों के नेताओं से परहेज किया जा रहा है।
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जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी द्वारा विधायको को साफ कर दिया गया है कि फिलहाल दूसरी पार्टियों के नेताओं को शामिल न किया जाए। इसके लिए दूसरी पार्टियों के किसी मजबूत नेता को शामिल करने से पहले उसका रिपोर्ट कार्ड हेड ऑफिस को भेजकर मंजूरी लेनी होगी।
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