Edited By Vatika,Updated: 09 Sep, 2019 09:55 AM
पंजाब एकता पार्टी के प्रधान और भुलत्थ से विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने लोक इंसाफ पार्टी प्रधान सिमरजीत सिंह बैंस के खिलाफ बदलाखोरी की नीति के तहत आपराधिक मामला दर्ज किए
चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब एकता पार्टी के प्रधान और भुलत्थ से विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने लोक इंसाफ पार्टी प्रधान सिमरजीत सिंह बैंस के खिलाफ बदलाखोरी की नीति के तहत आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की निंदा की है। खैहरा ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र एफ.आई.आर. को तुरंत वापस लें और निर्दोष 23 लोगों की मौत के जिम्मेदार गुरदासपुर के जिला अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर लोगों को इंसाफ दें।
खैहरा ने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह गुरदासपुर जिले के उन अधिकारियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं जिनकी लापरवाही से बटाला में 23 लोग अवैध पटाखा फैक्टरी बलास्ट में मारे गए। खैहरा ने कहा कि कैप्टन ने अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बजाय ब्लास्ट में पारिवारिक सदस्य को गंवा देने वाले परिवार की आवाज उठाने के लिए डी.सी. से बहस करने वाले जनप्रतिनिधि सिमरजीत सिंह बैंस के ही खिलाफ मामला दर्ज कर साबित कर दिया है कि पंजाब में लोकतंत्र नहीं, बल्कि अधिकारीतंत्र चल रहा है। इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने एफ.आई.आर. राजनीतिक बदलाखोरी के तहत करवाई है।
खैहरा ने कहा कि मारे गए एक व्यक्ति की लाश लेने के लिए सिमरजीत सिंह बैंस पविार के साथ डी.सी.कार्यालय गए थे परंतु डी.सी का व्यवहार निराशाजनक और अपमान भरा था। यह मुमकिन है कि डी.सी गुरदासपुर के ढीले व लापरवाही वाले व्यवहार की वजह से बैंस को गुस्सा आ गया हो परंतु पीडितों के लिए इंसाफ मांगने वाले जनप्रतिनिधि के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना सरासर नाइंसाफी है। उन्होंने मांग की कि बैंस और अन्य के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा सरकार तुरंत रद्द करे और उन अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जो 23 लोगों की मौत के जिम्मेदार हैं।