Edited By Kamini,Updated: 12 Jan, 2022 09:58 PM
कोरोना महामारी के दौरान जनसेवा में निडर होकर काम करने वाले अधिकारियों को तीसरी लहर के दौरान फिर से प्रोत्साहित करने के लिए सरकार से ...........................
मानसा (मित्तल): कोरोना महामारी के दौरान जनसेवा में निडर होकर काम करने वाले अधिकारियों को तीसरी लहर के दौरान फिर से प्रोत्साहित करने के लिए सरकार से सम्मानित करने की मांग की जा रही है। पिछले कोरोना लहर के दौरान जब पूरे पंजाब में लोग इस बीमारी से डरे हुए थे, तो मनसा एस.एस.पी. डॉ. नरिंदर भार्गव और जालंधर और लुधियाना में डिप्टी कमिश्नर रहे वीरेंद्र शर्मा ने अहम भूमिका निभाई थी। इस दौरान उन्होंने कोरोना महामारी से बखूबी निपटा। जागरुकता फैलाने के अलावा वह घर-घर जाकर लोगों को इसके बारे में आगाह भी करते थे।
इस दौरान उन्होंने कई पुलिस अधिकारियों और सेवारत सरकारी कर्मचारियों और संस्थानों को सम्मानित किया और उनके उत्साह और साहस को बढ़ाया। इससे लोगों में कोरोना का डर पूरी तरह से गायब हो गया। जिला शिकायत निवारण समिति मानसा सदस्य सतीश कुमार सिंगला, पंचायत संघ जिला मानसा संरक्षक अधिवक्ता सरपंच गुरविंदर सिंह बिरोके, सामाजिक कार्यकर्ता सतलुज स्पिनिंग मिल मनसा एम.डी। श्याम लाल भोला, अधिवक्ता गुरलभ सिंह महल ने मांग की है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर ऐसे बहादुर और मानवीय अधिकारियों को विशेष रूप से राज्य और केंद्र सरकार द्वारा सम्मानित किया जाना चाहिए और उनकी सेवाओं को तीसरी लहर में पुनर्जीवित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों को मुफ्त राशन किट, मास्क और आवश्यक सामान वितरित किया गया। कोरोना टेस्ट और वैक्सीन को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया गया। इससे प्रभावित होकर लोग अब खुद को टेस्ट और वैक्सीन लाइन में लगाने लगे हैं।
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