Edited By Vaneet,Updated: 11 Sep, 2019 02:01 PM
अमृतसर बठिंडा हाईवे के मानांवाला से हरीके पत्तन तक 558 करोड़ रुपए से हाईवे बनाते समय तत्कालीन एस.डी.एम. अनुप्रीत कौर द्वारा 1.....
तरनतारन(रमन): अमृतसर बठिंडा हाईवे के मानांवाला से हरीके पत्तन तक 558 करोड़ रुपए से हाईवे बनाते समय तत्कालीन एस.डी.एम. अनुप्रीत कौर द्वारा 1 करोड़ 63 लाख रुपए का गबन करने के मामले में एस.डी.एम. सहित 5 लोगों पर केस दर्ज हो चुका है और सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। डी.सी. द्वारा इसकी जांच में यह रकम बढ़कर 3 करोड़ 43 लाख रुपए के पास पहुंच चुकी है जो आने वाले दिनों में और बढऩे की संभावना है।
जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार की ओर से अमृतसर से बठिंडा नैशनल हाईवे तैयार करते समय रास्ते में आने वाली जमीन का अधिग्रहण कर लोगों को मुआवजा देने की रिपोर्ट तैयार की गई थी। तत्कालीन एस.डी.एम. अनुप्रीत कौर (तरनतारन) के बैंक खाते में सरकार ने करोड़ों रुपए डाले थे। उन्होंने बिना किसी उच्चाधिकारी को बताए 1 करोड़ 63 लाख 67 हजार 975 रुपए के चैक ऐसे लोगों को दिए जिनकी जमीन हाईवे में नहीं थी। हाईवे-15 अब 54 की सड़कें बनकर तैयार होने तक एस.डी.एम. ने करोड़ों रुपए हजम कर लिए।
वहीं इसका पता लगने पर डी.सी. प्रदीप कुमार सभ्रवाल पट्टी के एस.डी.एम. नवराज सिंह बराड़ को जांच सौंपी। तब एस.डी.एम. अनुप्रीत कौर द्वारा किया घोटाला सामने आ गया। सूत्रों के अनुसार एस.डी.एम. अनुप्रीत कौर करोड़ों रुपए के चैक देने के बदले नकद रकम वसूलती थी, जिसकी जांच जारी है। इसके बाद एस.डी.एम. पट्टी नवराज सिंह बराड़ के बयान पर थाना सिटी पट्टी में एस.डी.एम. अनुप्रीत कौर सहित जसबीर कौर पत्नी मित्र सिंह निवासी मानांवाला जिला अमृतसर, राजविंदर कौर पत्नी सुरजीत सिंह निवासी फतहपुर महिमूद, सरताज सिंह पुत्र सविंदर सिंह, बिक्रमजीत सिंह पुत्र सविंदर सिंह, गुरजीत कौर पत्नी बलकार सिंह के खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है और ये सभी आरोपी अभी फरार हैं।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
डी.सी. प्रदीप कुमार सभ्रवाल ने कहा कि इस मामले में शामिल पाए जाने वाले किसी अधिकारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और करोड़ों रुपए से सरकारी खजाने को नुक्सान पहुंचाने वाली एस.डी.एम. सहित उक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।