Edited By Vatika,Updated: 17 Sep, 2020 08:52 AM
केंद्र सरकार के खेती आर्डीनैंस के मामले में पंजाब की राजनीति इस समय पर पूरी तरह गर्माई हुई है।
चंडीगढ़ः केंद्र सरकार के खेती आर्डीनैंस के मामले में पंजाब की राजनीति इस समय पर पूरी तरह गर्माई हुई है। इसके मद्देनज़र पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने अपने 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सहित पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर से मुलाकात की। इस दौरान पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनिल जाखड़ भी मौजूद थे।
सड़कों पर उतरे किसानों को कैप्टन का साथ
मुलाकात के बाद कैप्टन ने मीडिया से बातचीत करते हुए अकाली दल पर जमकर निशाने साधे। कैप्टन ने कहा कि बादल परिवार पूरे आर्डीनैंस के मामले में एकजुट नहीं है। अकाली दल सिर्फ किसानों के साथ होने का नाटक कर रहा है। उन्होंने कहा कि हरसिमरत बादल ने कैबिनेट में विरोध क्यों नहीं किया? अगर किया तो आपकी सुनवाई क्यों नहीं हुई? अकाली दल ने केंद्रीय मंत्री से लोकसभा में झूठा बयान दिलवाया। सड़कों पर उतरे किसानों का साथ देते कैप्टन ने कहा कि उनका प्रदर्शन जायज है और वह किसानों के साथ दिल्ली चलने के लिए भी तैयार। इस बिल से छोटे किसान सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। साथ ही कैप्टन ने कहा कि हम किसानों पर कोई केस दर्ज नहीं होने देंगे।
कैप्टन ने लिखा था PM मोदी को पत्र
बता दें कि इन अध्यादेशों को लेकर पंजाब सहित कई राज्यों में किसानों द्वारा कड़ा विरोध किया जा रहा है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि वे इन अध्यादेशों को लेकर दबान न डाले तथा एस.ए. पी. को किसानों का कानूनी अधिकारी घोषित किए जाए। उन्होंने कहा कि वे लोगों तथा पंजाब के किसानों को निराश न करें तथा इन अध्यादेशों पर आगे बढ़ने के फैसले पर पुनर्विचार करें क्योंकि ये किसानों के हितों में नहीं है।