Edited By Tania pathak,Updated: 19 May, 2020 02:49 PM
डाक्टरों ने कहा कि वह दिन -रात लोगों की सेवा करते हैं और इस के बावजूद सरकार उन की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है, जो बर्दाश्त से बाहर है...
लुधियाना (नरिन्दर): पंजाब में कोरोना वायरस का कहर जारी है और बीते दिन लुधियाना के सिविल अस्पताल के चार स्टाफ मेंबर कोरोना पॉजिटिव आने के बाद मंगलवार को डाक्टरों और स्टाफ ने सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। सभी ही डाक्टर और अस्पताल स्टाफ काम छोड़ कर सरकार के खिलाफ नारे लगाए और उन्होंने कहा कि जो मास्क सरकार की तरफ से सेहत विभाग की तरफ से उन को मुहैया करवाए जा रहे हैं, वह बहुत ही घटिया क्वालिटी के है जिनसे किसी भी तरह का वायरस उस में आसानी के साथ आ सकता है।
डाक्टरों ने कहा कि वह दिन -रात लोगों की सेवा करते हैं और इस के बावजूद सरकार उन की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है, जो बर्दाश्त से बाहर है। सिविल अस्पताल के सीनियर डाक्टरों ने कहा कि वह नहीं जानते कि यह मास्क उन तक कैसे पहुँचते हैं और कौन स्पलाई करता है। उनको सिर्फ़ यह पता है कि यह मास्क बहुत घटिया क्वालिटी के हैं। डाक्टरों ने कहा कि जो स्टाफ उन के साथ काम कर रहा है, वह बेहद गरीब है और उस के बावजूद उन की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है, सो एक तरफ़ जहां लगातार फ्रंटलाइन डाक्टर अपनी जान जोखिम में डाल कर कोरोना जैसी महामारी के साथ लड़ रहे हैं, वही सरकार की तरफ से और सेहत विभाग की तरफ से ऐसे घोटाले मशहूर हो रहे हैं, जो सीधे तौर पर डाक्टरों, स्टाफ और नर्सों की जान जोखिम में डाल सकते हैं।