Edited By Vaneet,Updated: 18 Nov, 2019 08:56 PM
गत दिवस गांव लहरागागा के नजदीकी गांव चंगालीवाला में दलित नौजवानों की तश्दद के बाद हुई मौत का मामला ....
संगरूर(बेदी): गत दिवस गांव लहरागागा के नजदीकी गांव चंगालीवाला में दलित नौजवानों की तश्दद के बाद हुई मौत का मामला आखिरकार पंजाब के नुमाइंदों द्वारा परिवार को भरोसा में लेकर सुलझा दिया गया। आज चंडीगढ़ कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, कैबिनेट मंत्री विजयइन्द्र सिंगला और मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह के सियासी सलाहकार कैप्टन संदीप संधू के साथ परिवारिक सदस्यों व विभिन्न संगठनों द्वारा बनाई संघर्ष कमेटी की हुई मीटिंग में सरकार ने प्रदर्शनकारियों की इन मांगों को प्रवान कर लिया है जिसमें 20 लाख रूपए मुआवजे, 6 लाख रूप्ए पोस्टमार्टम होने पर बाकी के 14 लाख रूपए भोग वाले दिन, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, 1 लाख 25 हजार रूपए मकान की मुरम्मत के लिए, 6 महीने का राशन, संस्कार का पूरा खर्चा, मृतक के सभी बच्चों की पूरी पढ़ाई मुफ्त करने के साथ-साथ आरोपियों को सजाएं देने के लिए 7 दिनों के अंदर-अंदर चालान पेश करने व तीन महीनों में आरोपियों को सजा देने सहित पुलिस द्वारा इसमें की गई लापरवाही के लिए आई.जी स्तर के अधिकारी से जांच करवाने की मांग शामिल है।
गौरतलब है कि 7 नवम्बर को गांव चंगालीवाल के दलित नौजवान को गांव के 4 जनरल वर्ग के लोगों द्वारा बुरी तरह मारपीट की गई थी जिसे पहले लहरागागा, फिर संगरूर व उसके बाद चंडीगढ़ पी.जी.आई में भर्ती करवाया गया जहां इलाज दौरान उसकी मौत हो गई थी। जिसे पहले पुलिस प्रशासन द्वारा गंभीरत से ना लेते हुए कोई कार्रवाई नहीं की गई व 12 नवम्बर को यह मामला अनुसूचित जाति कमिशन पंजाब के दरवाजे पहुंचा जिस पर गौर करते हुए एस.सी कमिशन के मैंबर मैडम पूनम कांगड़ा द्वारा अधिकारियों को झाड़ते हुए 13 नवम्बर को एस.सी एैक्ट सहित विभिन्न धाराओं तहत 4 आरोपियों विरूद्ध केस दर्ज करवाया गया और उसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार करवाते हुए जुर्म में 302 वृद्धि करवाई गई। पंजाब एस.सी कमिशन और विभिन्न संगठनों के परिश्रम द्वारा एक दलित परिवार को इंसाफ मिला।