Edited By Vatika,Updated: 15 Oct, 2019 09:56 AM
पंजाब में इस वर्ष 23 सितम्बर से 13 अक्तूबर तक पराली जलाने के 823 मामले सामने आए हैं।
लुधियाना (सलूजा): पंजाब में इस वर्ष 23 सितम्बर से 13 अक्तूबर तक पराली जलाने के 823 मामले सामने आए हैं। 2018 में 555 जबकि 2017 में 1513 मामले पराली को जलाने के रिकार्ड हुए थे। यह खुलासा पंजाब रिमोट सैंसिंग सैंटर के डा. अनिल सूद ने किया। डा. सूद ने स्पष्ट किया कि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को उनकी संस्था की तरफ से डाटा प्रदान किया जाता है। उधर सीमा पार पाकिस्तान के गावों में भी पराली जलाने से पंजाब के कई शहरों की आबोहवा बिगड़ रही है।
पाकिस्तान के किसान भी बढ़ा रहे पंजाब में प्रदूषण
बता दें कि इस सैटेलाइट सिस्टम से जहां पाकिस्तान के किसान पराली जलाते हुए सामने आए हैं। सैटेलाइट सिस्टम के माध्यम से यह बात सामने आई है कि पाकिस्तान की जो बार्डर सीमा भारत के पंजाब के साथ लगती है, वहां पर खेती करने वाले पाकिस्तान के किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली से भी पंजाब की हवा प्रदूषित होने लगी है। पंजाब रिमोट सैंसिंग सैंटर के वैज्ञानिकों ने सैटेलाइट सिस्टम के माध्यम से प्राप्त हुई जानकारी को मीडिया के साथ सांझा करते हुए बताया कि पाकिस्तान के लाहौर, बसीरपुर, हवेली लक्खा और बहावल नगर आदि इलाकों में खेती करने वाले किसानों द्वारा पराली को जलाने का सिलसिला लगातार जारी है।
पराली जलाने के कितने मामले
जिला |
संख्या |
अमृतसर |
331 |
बठिंडा |
164 |
पटियाला |
90 |
संगरूर |
28 |
फिरोजपुर |
28 |
गुरदासपुर |
25 |
रूपनगर |
20 |
जालंधर |
20 |
लुधियाना |
9 |