Edited By Vatika,Updated: 04 Jun, 2021 05:56 PM
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में शामिल और दिल्ली पुलिस की तरफ से 26 जनवरी को हिंसा के मामले में नामज़द लक्खा सिधाना ने
बठिंडा: कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में शामिल और दिल्ली पुलिस की तरफ से 26 जनवरी को हिंसा के मामले में नामज़द लक्खा सिधाना ने गांव कोटशमीर में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को चेतावनी देते कहा कि यदि लोगों और पुलिस के बीच कोई टकराव हुआ तो उसके लिए मुख्यमंत्री ज़िम्मेदार होंगे। कोटशमीर में आयोजित समागम दौरान संबोधित करते लक्खा ने कहा कि दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने 350 के करीब लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है लेकिन पुलिस सिर्फ़ उसके पीछे भाग रही है।
जहां भी वह लोगों को संबोधित करने के लिए जाता है, वहां पंजाब पुलिस सरकार की तरफ से बड़ी संख्या में तैनात कर दी जाती है। पूछने पर बताया जाता है कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए है लेकिन उसे सुरक्षा की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि उसकी सुरक्षा उसके चाहने वाले लोग हैं। लक्खा ने कहा कि लोगों की सुरक्षा में ही वह पंजाब के हर गांव में जाकर लोगों को संबोधित करेगा। लक्खा सिधाना को एक अपराधी बना कर पेश किया जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कृषि कानून रद्द करवाने के लिए शुरू किया गया आंदोलन तेज किया जाएगा। रद्द होने तक लड़ाई जारी रखी जाएगी। इस दौरान लक्खा सिधाना ने 1984 घल्लुघारे को भी याद करवाते हुए कहा कि सिख कौम किसी भी कीमत पर श्री हरमिंदिर साहिब पर हुए हमले को नहीं भूल सकती।