Edited By Vatika,Updated: 10 Oct, 2019 09:30 AM
हलका दाखा में हो रहे उपचुनाव के दौरान भले ही सभी पार्टियों के उम्मीदवारों द्वारा आम आदमी पार्टी के एच.एस. फूलका की तरफ से कार्यकाल पूरा किए बिना ही इस्तीफा देने को मुद्दा बनाया जा रहा है लेकिन इससे पहले 1997 में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल...
लुधियाना(हितेश): हलका दाखा में हो रहे उपचुनाव के दौरान भले ही सभी पार्टियों के उम्मीदवारों द्वारा आम आदमी पार्टी के एच.एस. फूलका की तरफ से कार्यकाल पूरा किए बिना ही इस्तीफा देने को मुद्दा बनाया जा रहा है लेकिन इससे पहले 1997 में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी एक बार चुनाव जीतने के बावजूद हलका दाखा के लोगों का साथ छोड़ चुके हैं।
इस समय पंजाब की 4 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए माहौल पूरी तरह गरमाया हुआ है जिसमें जलालाबाद से सुखबीर बादल व फगवाड़ा से विधायक सोम प्रकाश के लोकसभा चुनाव जीतने की वजह से खाली हुई सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं जबकि मुकेरियां से विधायक रजनीश कुमार की मौत हो गई है। इसके अलावा हलका दाखा में आम आदमी पार्टी के एच.एस. फूलका की तरफ से कार्यकाल पूरा किए बिना ही इस्तीफा देने की वजह से उपचुनाव हो रहे हैं जिसे सभी पार्टियों के उम्मीदवारों द्वारा मुद्दा बनाया जा रहा है।
लेकिन शायद किसी को यह याद नहीं है कि 1997 में लंबी के साथ 2 सीटों पर चुनाव लड़कर जीतने के बाद प्रकाश सिंह बादल ने किला रायपुर सीट से इस्तीफा दे दिया था जिनकी जगह जगदीश सिंह गरचा को उम्मीदवार बनाकर अकाली दल द्वारा इस सीट पर फिर से कब्जा जमा लिया गया था। यहां बताना उचित होगा कि हदबंदी में किला रायपुर सीट को खत्म करके गिल, रायकोट व दाखा में शामिल कर दिया गया।