Edited By Sunita sarangal,Updated: 28 Nov, 2019 03:58 PM
भारत सरकार ने समय व ईंधन की बचत के मद्देनजर अब प्रत्येक वाहनों पर फास्ट टैग अनिवार्य कर दिया है, ताकि किसी भी टोल प्लाजा से गुजरते समय बिना किसी देरी के निकला जा सके।
रूपनगर(कैलाश): भारत सरकार ने समय व ईंधन की बचत के मद्देनजर अब प्रत्येक वाहनों पर फास्ट टैग अनिवार्य कर दिया है, ताकि किसी भी टोल प्लाजा से गुजरते समय बिना किसी देरी के निकला जा सके। भले ही इस संबंधी कानून वर्ष 2014 में लागू कर दिया गया था, लेकिन अब इसे सख्ती से लागू किया जा रहा है। प्रत्येक वाहन चालक के लिए 1 दिसम्बर से पहले अपने वाहन पर फास्ट टैग लगाना जरूरी है। इसके बाद वाहनों को टोल प्लाजा की फास्ट टैग वाली लेन से गुजरते समय डबल अदायगी करनी पड़ेगी। यदि वाहन चालक साधारण लेन से गुजरते हैं तो उनकी फीस तो निर्धारित ही लगेगी परंतु भारी भीड़ की संभावना के कारण वाहन चालकों की टोल से गुजरने के लिए लंबे समय का इंतजार और ईंधन की बर्बादी करनी पड़ सकती है।
अन्य डैस्कों पर भी रही भीड़
दूसरी तरफ सोलखियां टोल प्लाजा पर भी फास्ट टैग लगाने के लिए 2 डैस्क लगाए गए थे लेकिन वहां पर भी लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली और वहां बैठे प्रबंधक कछुआ चाल से कार्य पर लगे हुए थे।
फास्ट टैग हुए खत्म
दूसरी तरफ फास्ट टैग के अनिवार्य होते ही लोगों में अफरा-तफरी मची हुई है और टोल प्लाजा सोलखियां पर बुधवार को टैग लगाने वाले लोगों की भारी भीड़ भी देखने को मिली। दूसरी तरफ भीड़ पर काबू पाने के लिए एयरटैल कंपनी द्वारा फास्ट टैग लगाने के लिए बाहर टैंट लगाकर मेला भी लगाया गया था। सुबह से ही बैठे प्रबंधक भी लोगों को फास्ट टैग पहुंचाने के लिए बार-बार समय बदल रहे थे परंतु 3 बजे तक फास्ट टैग नहीं पहुंचे थे।
सोलखियां टोल प्लाजा के प्रबंधक उमा शंकर अय्यर ने बताया कि फास्ट टैग को एक दिसम्बर से जरूरी कर दिया गया है, नहीं तो बिना फास्ट टैग वाले वाहनों को फास्ट टैग की लेन से गुजरते समय डबल फीस देनी पड़ेगी। सोलखियां टोल प्लाजा पर सभी लेन फास्ट टैग से संचालित है। इसके अतिरिक्त पहले की तरह रूपनगर निवासियों को (10 किलोमीटर के भीतर) 150 रुपए और 20 किलोमीटर तक 300 रुपए प्रतिमाह सुविधा जारी रहेगी।