Edited By Vatika,Updated: 23 Jan, 2021 10:01 AM
दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत का भला चैरीटेबल ट्रस्ट के प्रमुख डा. एस.पी. सिंह ओबराय के प्रयासों से दुबई में फंसी 12 लड़कियां सुरक्षित वापस वतन लौटी हैं।
अमृतसर(संजीव) : दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत का भला चैरीटेबल ट्रस्ट के प्रमुख डा. एस.पी. सिंह ओबराय के प्रयासों से दुबई में फंसी 12 लड़कियां सुरक्षित वापस वतन लौटी हैं। डा. ओबराय ने इन लड़कियों को वतन लाने के लिए अपनी जेब में से लाख रुपए खर्च किए हैं।
इन 12 लड़कियों में से 3 लड़कियां 20 जनवरी को जहाज से कोलकाता और पटना स्थित अपने घरों में पहुंच गई थीं, जबकि पंजाब से संबंधित बाकी 9 में से 8 लड़कियां आज अमृतसर के श्री गुरु रामदास अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दुबई से आई उड़ान द्वारा सुरक्षित अपने मां-बाप के पास पहुंच गई हैं। ये लड़कियां जब हवाई अड्डे पर पहुंचीं तो अपने मां-बाप के गले लग फूट-फूट कर रोईं। डा. ओबराय ने इन लड़कियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि आर्थिक मजबूरियों के कारण बहुत से माता-पिता एजैंटों के चंगुल में फंसकर अपनी मासूम बेटियों को अरब देशों में नौकरी के लिए भेज देते हैं, परन्तु वहां जाकर एजैंटों द्वारा लड़कियों को जमींदारों या अन्य कारोबारियों के पास बेच दिया जाता है, जो इन लड़कियों को लीगल कराने उपरांत उनसे जरूरत से ज्यादा काम लेते हैं परन्तु इनके लिए वहां से निकलना बहुत कठिन हो जाता है।
भारत की ऐसी बहुत-सी लड़कियां मस्कट, शारजाह रासलखेमे और दुबई में फंसी हुई हैं, जो अपने खरीदारों से बहुत तंग हैं और अपने घर आना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि आज पहुंची इन लड़कियों ने उनको फोन कर अपने बुरे हालात बताकर वापस भारत लाने के लिए विनती की थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने उक्त लड़कियों के खरीदारों को खुद से इनके बनते पैसे वापस करने के अलावा इमीग्रेशन और ओवर स्टे आदि का जुर्माना भरने के साथ-साथ हवाई टिकटों का भी प्रबंध किया। एक लड़की को वापस लाने के लिए डेढ़ लाख से लेकर 3 लाख रुपए तक का खर्च आया है। उनकी जानकारी के मुताबिक, इस समय भी अरब देशों में करीब 200 लड़कियां और भी फंसी हुई हैं। आज आई 12 लड़कियों के अलावा वह पहले भी 7 लड़कियों को वापस भारत ला चुके हैं। उनकी कोशिश है कि बाकी बची लड़कियों को भी जल्द वापस लाया जाए। उन्होंने एक बार फिर मां-बाप से अपील की कि वे अच्छी तरह जांच- पड़ताल करने के उपरांत ही अपनी बेटियों को विदेश भेजें। इस मौके पर ट्रस्ट के माझा जोन के सलाहकार सुखदीप सिद्धू, जिला प्रधान सुखजिन्दर सिंह हेर, जनरल सचिव मनप्रीत संधू, उप-प्रधान शिशपाल सिंह लाडी, वित्त सचिव नवजीत सिंह घई भी मौजूद थे।