Edited By Urmila,Updated: 10 Jul, 2024 03:32 PM

दो पुलिस स्टेशनों की हद में उलझे एक व्यक्ति को अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के आरोपियों पर कार्रवाई के लिए कभी किसे पुलिस स्टेशन तो कभी कोई थाने जाकर धक्के खाने पड़ रहे हैं।
लुधियाना (जगरूप) : दो पुलिस स्टेशनों की हद में उलझे एक व्यक्ति को अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के आरोपियों पर कार्रवाई के लिए कभी किसे पुलिस स्टेशन तो कभी कोई थाने जाकर धक्के खाने पड़ रहे हैं। पिछले 3 दिनों से परेशान चल रहे एक पीड़ित विक्की पुत्र नाथ सिंह निवासी गांव भैरोमुन्ना ने आखिर पत्रकारों को अपनी कहानी सुनाई और कहा कि वह अपना काम खत्म करने के बाद साहनेवाल से गांव भैरोमुन्ना आ रहा था।
जब वह साहनेवाल-भैरोमुन्ना रोड पर दुकान के पास पहुंचा तो उसके पीछे आ रहे तीन मोटरसाइकिल सवारों ने उस पर लाठी-डंडों से हमला करना शुरू कर दिया। जिस पर उसने थोड़ी दूर बगल के धान के खेत में बैठे लोगों के पास भागकर अपनी जान बचाई। इसके बाद उन्होंने अपने परिवार को फोन किया और अस्पताल पहुंचे।
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह सबसे पहले साहनेवाल थाने पहुंचे जहां उसने पुलिस स्टेशन कूम कलां का रास्ता दिखाया गया कि वह इलाका पुलिस स्टेशन कूम कलां का है। यहां से वे कूम कलां थाने की चौकी कटाणी कलां गए जहां मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई, बल्कि उसे थाना साहनेवाल का क्षेत्र बताकर लौटा दिया गया जिसके बाद से वह अपने इलाज के लिए दोबारा डॉक्टरों के चक्कर काट रहे है।
इसी तरह इसी गांव के एक अन्य व्यक्ति दलवीर सिंह पुत्र गुलजार सिंह निवासी गांव भैरोमुन्ना ने बताया कि 7 जुलाई को सुबह 11 बजे वह अपनी एक्टिवा पर गांव भैरोमुन्ना से साहनेवाल जा रहा था। जब वह गांव से कुछ दूर गया तो रास्ते में 2 मोटरसाइकिल सवारों ने उससे कहा कि बाई रोकी-रोकी.. जब वह रुका तो उतरते ही सार पर उन्होंने उस पर लाठियों और तलवारों से हमला करना शुरू कर दिया धान के खेतों की ओर भाग कर जान बचाई जिस पर उसने थाना कूम कलां चौकी कटाणी कलां जाकर अपनी शिकायत दी।
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