Edited By Vatika,Updated: 27 Mar, 2020 03:20 PM
कोरोना को लेकर जहां विश्वभर में अफरा-तफरी का माहौल हैं वहीं भारत भी इससे अछूता नहीं रहा।
पटियाला (राजेश): कोरोना को लेकर जहां विश्वभर में अफरा-तफरी का माहौल हैं वहीं भारत भी इससे अछूता नहीं रहा। लॉकडाऊन और कर्फ्यू के चलते ब्लड बैंक खाली हो चुके हैं जिसके कारण पटियाला के राजेंद्रा अस्पताल में स्थित थैलेसीमिया से पीड़ित 230 बच्चों को गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा है।
ब्लड बैंक अपने प्रयासों से रोजाना तकरीबन 20 में से 10 बच्चों को ब्लड मुहैया करा रहा है, लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा खूनदान करने वालों को परेशान किया जा रहा है। पटियाला थैलेसीमिक चिल्ड्रन वैल्फेयर एसोसिएशन की सरप्रस्त मैडम सङ्क्षतद्र पाल कौर वालिया व महासचिव विजय पाहवा ने बताया कि एसोसिएशन के पास 230 पीड़ित बच्चे हैं, जिन्हें हर 10 या 15 दिनों के बाद ब्लड की जरूरत पड़ती है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण कैम्प लगने बंद हो गए हैं।
ब्लड बैंक की गाइडलाइंस के अनुसार कुछ लोग पीड़ित बच्चों के लिए ब्लड बैंक में रक्तदान करने आ रहे हैं लेकिन जगह-जगह लगे नाकों पर रक्तदान करने वालों को परेशान किया जा रहा है और उन्हें वापस भेजा जा रहा है। एसोसिएशन द्वारा पुलिस प्रशासन से अपील की जाती है कि रक्तदान करने वालों को परेशान न किया जाए और उन्हें रक्तदान करने के लिए जाने दिया जाए क्योंकि ये भी जान बचाने वाले किसी सोल्जर से कम नहीं। लोगों से अपील की जाती है कि इस मुश्किल की घड़ी में पीड़ित बच्चों के लिए ब्लड बैंक में ही आकर रक्तदान करें।