Edited By Urmila,Updated: 01 Feb, 2025 01:41 PM
जाब के राजस्व विभाग के तहसीलदार का नया कारनामा सामने आया है, जिसने लुधियाना में बैठकर जगराओं की रजिस्ट्रियां कर दीं।
लुधियाना : पंजाब के राजस्व विभाग के तहसीलदार का नया कारनामा सामने आया है, जिसने लुधियाना में बैठकर जगराओं की रजिस्ट्रियां कर दीं। इस बड़ी कोताही के बाद पंजाब सरकार ने तहसीलदार रणजीत सिंह को निलंबित कर दिया है।
दरअसल, रणजीत सिंह फिलहाल जगराओं तहसील में तैनात हैं और उनके पास लुधियाना (पूर्व) का अतिरिक्त कार्यभार भी है। किसी ने इस तहसीलदार की शिकायत राजस्व विभाग के उच्च अधिकारियों से कर दी थी। इसकी जांच के लिए विभाग ने पंजाब लैंड रिकॉर्ड सोसायटी से रिपोर्ट ली। तहसील जगराओं और लुधियाना (पूर्वी) में 17 जनवरी को हुई रजिस्ट्रियों की जब जांच की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, जिसके आधार पर तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस तहसीलदार ने 17 जनवरी की शाम 5.12 बजे एक रजिस्ट्री की जबकि उसी दिन शाम को 5.16 बजे इसी तहसीलदार ने जगराओं तहसील में दूसरा रजिस्ट्री की। दोनों पंजीकरणों के बीच केवल चार मिनट का अंतर था। रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी तहसीलदार का लुधियाना से जगराओं तक मात्र चार मिनट में पहुंचना संभव नहीं है।
देखा जाए तो लुधियाना ईस्ट से जगराओं तहसील तक का रास्ता करीब 40 किलोमीटर का है, जिसे कम से कम सवा घंटे में तय किया जा सकता है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, इस तहसीलदार ने यह रास्ता मात्र चार मिनट में तय किया। राजस्व विभाग ने अब इस तहसीलदार को निलंबित कर दिया है और उसे पठानकोट का एसडीएम बना धार कलां स्थित मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है। पठानकोट के उपायुक्त को अपनी दैनिक उपस्थिति रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह एक गंभीर कोताही है जिसके कारण इस राजस्व अधिकारी को चार्जशीट किया जा रहा है तथा इसकी गहराई से जांच के लिए विस्तृत जांच की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि प्रथम नजर में ऐसा प्रतीत होता है कि तहसीलदार वास्तव में लुधियाना (पूर्व) स्थित अपने कार्यालय से जगराओं के लिए पंजीकरण कर रहे थे। अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) अनुराग वर्मा ने इस तहसीलदार को नौकरी से निलंबित कर दिया है।
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