Edited By Subhash Kapoor,Updated: 06 Jan, 2022 05:21 PM

बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर रैली में जाते समय किसानों की तरफ से जो सड़की जाम लगाया गया, जिस कारण प्रधानमंत्री के काफिले को रास्ते में 20 मिनट तक रुकना पड़ा, उसकी जिम्मेदारी भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी ने ली है।
बठिंडा : बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर रैली में जाते समय किसानों की तरफ से जो सड़की जाम लगाया गया, जिस कारण प्रधानमंत्री के काफिले को रास्ते में 20 मिनट तक रुकना पड़ा, उसकी जिम्मेदारी भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी ने ली है। इस जत्थेबंदी के प्रधान सुरजीत सिंह फूल जोकि संयुक्त किसान मोर्चो के प्रमुख नेता हैं, ने एक वीडियो संदेश जारी कर अपने साथ जुड़े किसानों को इसकी बधाई भी दी है।
सुरजीत फूल ने वीडियो में कहा कि फिरोजपुर-मोगा रोड पर गांव रत्ताखेड़ा नजदीक उनकी यूनियन के वर्करों ने राज्य जनरल सचिव बलदेव सिंह जीरा के नेतृत्व में जाम लगाया और पुलिस के साथ-साथ भाजपा नेताओं का डट कर सामना किया। ऐसी स्थिति में भाजपा नेताओं को कच्चे रास्तों में से भागना पड़ा, जिस तरह दिल्ली में भाजपा सरकार ने किसानों के साथ किया था तो उनको उसी तरह का जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि हमारी जत्थेबंदी सिर्फ भाषण देने में विश्वास नहीं रखती, बल्कि हकों खातिर लड़ने को पहल देती है। इस संबंधी जत्थेबंदी के जनरल सचिव बलदेव सिंह जीरा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर मोदी को 20 मिनट रोकने की बात मानी है।
इस मामले पर राजनीति पूरी तरह गरम हो गई है। जहां एक तरफ केंद्र सरकार के मंत्री पंजाब सरकार को निशाने पर ले रहे हैं, वहीं आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा, भगवंत मान और अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने भी पंजाब सरकार पर बड़े सवाल उठाए हैं। पंजाब कांग्रेस इस मुद्दे पर बचाव में उत्तर आई है और मुख्यमंत्री समेत बड़े नेताओं ने इस रैली के रद्द होने का कारण खराब मौसम और लोगों की भीड़ न होना बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह पंजाब को बदनाम करने की कोशिश की गई है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here