Edited By Sunita sarangal,Updated: 09 May, 2021 12:38 PM
कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर जहां रोज कई लोगों को अपनी चपेट में ले रही है, वहीं कई बेबस लोग रोज मौत के मुंह में जा रहे हैं। इस बीमारी........
लांबड़ा(वरिन्दर): कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर जहां रोज कई लोगों को अपनी चपेट में ले रही है, वहीं कई बेबस लोग रोज मौत के मुंह में जा रहे हैं। इस बीमारी की दहशत के चलते कई बार कोरोना पीड़ित मरीजों को मौजूदा हालात बड़े ही लाचार बना देते हैं।
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ऐसा ही एक कोरोना पीड़ित युवक का मामला जालंधर के लांबड़ा से सामने आया है। इस संबंधी कोरोना पीड़ित साहिल निवासी शाहकोट हाल निवासी गांव लुहारां ने बताया कि वह गांव में एक किराए के मकान में रहता है। शुक्रवार वडाला चौंक में उसका कोरोना रैपिड टैस्ट हुआ था, जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया। शनिवार उसके कोरोना पॉजिटिव होने का मकान मालिक को पता चल गया तो उसने उसे मकान से बाहर निकाल दिया।
उसने बताया कि किसी मजबूरी के चलते वह अपने घर भी नहीं जा सकता। वह परेशानी की हालत में लांबड़ा पहुंच कर बंद बाजार में अकेला ही कई घंटे बैठा रहा और मदद के लिए फोन लगाता रहा। तहसीलदार कुलवंत सिंह और हैल्थ टीम मौके पर पहुंची और कोरोना मरीज को एंबुलेंस द्वारा इलाज के लिए सिविल अस्पताल जालंधर भेज दिया।
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जब वह सिविल अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टरों ने उसे बताया कि उसकी बीमारी के लक्षण अभी इतने गंभीर नहीं हैं, इसलिए उसे भर्ती नहीं कर सकते। वह घर में ही एकांतवास होकर ठीक हो सकता है लेकिन देर शाम तक सिविल अस्पताल में मौजूद कोरोना मरीज की फरियाद थी कि उसने सुबह का कुछ भी नहीं खाया और उसके पास रहने के लिए अब कोई भी ठिकाना नहीं है। लोगों का कहना है कि भविष्य में इस तरह के मामले सामने न आ सकें, इसलिए प्रशासन की ओर से कोई ठोस प्रबंध जरूर करने चाहिएं।
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