Edited By Kamini,Updated: 29 Jan, 2022 05:18 PM
पंजाब के लोगों अंदर भी अब ओमीक्रोन वायरस का पता लग पाएगा। सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर द्वारा उक्त टेस्ट .....
अमृतसर (दलजीत शर्मा): पंजाब के लोगों अंदर भी अब ओमीक्रोन वायरस का पता लग पाएगा। सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर द्वारा उक्त टेस्ट प्रक्रिया शुरू करने के लिए टेंडर लगा दिया है। फरवरी माह तक यह टेस्ट पूरी तरह से शुरू होने की उम्मीद है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा इस संबंध में सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई है इससे पहले ओमीक्रोन टेस्ट के लिए सैंपल दिल्ली में भेजे जाते थे।
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जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के नए-नए वैरिएंट का पता लगाया जा रहा है। कोरोना के साधारण वैरिएंट का पता तो आर.टी.पी.सी.आर. मशीन में लगाया जाता है, पर जब यह वायरस अपनी संरचना या वैरिएंट बदल ले तो इसके लिए जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट किया जाता है। पंजाब में पटियाला मेडिकल कालेज में जीनोम सीक्वेंस का 'शार्टर वर्जन' है। प्रदेश भर से आए मरीजों की जांच नहीं हो सकती। दूसरा पहलू यह है कि विदेश से आने वाले यात्रियों का जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट करवाना अनिवार्य है, ताकि ओमिक्रोन वैरिएंट का पता लगाया जा सके।
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अक्टूबर 2021 में स्वास्थ्य विभाग ने विदेश से आए कुछ यात्रियों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल में भेजे थे। अभी तक महज 4 सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट आ पाई है। बाबा फरीद यूनिवर्सिटी की निगरानी में जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। जिस प्रकार कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं उनमें बड़ी तादाद में ओमीक्रोन के लक्षण सामने आ रहे हैं। टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू होने के बाद मरीजों में आसानी से नए वायरस का पता लगाया जा पाएगा। यह टेस्ट काफी महंगा है।
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प्रोफेसर डॉ. के.डी. सिंह का कहना है कि बहुत जल्दी टेस्ट शुरू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक सेंटर में पहले ही अमृतसर सहित तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट जिलों के टेस्ट किए जा रहे हैं। अब कुछ ही दिनों के बाद ओमीक्रोन के टेस्ट भी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी जिलों के प्रतिदिन 6000 से अधिक टेस्ट लैबोरेटरी में किए जा रहे हैं। लैबोरेट्री में अति आधुनिक मशीनरी से पारदर्शी ढंग से काम किया जा रहा है। बताने योग्य है कि डॉ के.डी. के नेतृत्व में चलने वाली लैबोरेटरी अच्छा काम कर रही है तथा कई बार सरकार द्वारा भी डॉ. के.डी. के कार्यों की सराहना की गई है। कोरोना महामारी में जब बड़ी तादाद में मामले सामने आ रहे थे तो तब दिन-रात डॉ. के.डी. द्वारा काम करके लोगों को राहत दिलवाई गई थी।
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