Edited By Kamini,Updated: 11 Dec, 2025 02:24 PM

जालंधर के मेहतपुर थाने के गांव संगोवाल के कांस्टेबल रणजीत सिंह के सुसाइड केस में कई बातें सामने आई हैं।
जालंधर: जालंधर के मेहतपुर थाने के गांव संगोवाल के कांस्टेबल रणजीत सिंह के सुसाइड केस में कई बातें सामने आई हैं। कांस्टेबल किसी बात से परेशान था। हालांकि, उसका कोई फैमिली झगड़ा नहीं था। लोगों ने बताया कि उसकी पत्नी के मुताबिक, रणजीत सिंह परेशान लग रहा था। मंगलवार रात को रणजीत सिंह ने रोज की तरह खाना खाया, बच्चों और पत्नी से बात की।
एक गांव वाले ने बताया कि उसकी पत्नी के मुताबिक, रणजीत कम बोल रहा था। उसने उससे पूछा भी कि क्या हुआ है। कोई परेशानी हो तो बताओ। हर परेशानी सामने आ जाती है। इस पर रणजीत ने कुछ नहीं कहा। उसकी पत्नी के मुताबिक, रणजीत रात 1:30 बजे तक बेचैन लग रहा था। उसी रात उसने बच्चों के झूले से रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। गांव वालों के मुताबिक, जब पत्नी ने उससे 1:30 बजे तक नींद न आने का कारण पूछा, तो उसने कहा कि उसे अंदर नींद नहीं आ रही है, इसलिए वह बाहर बरामदे में सोना चाहता है। इसके बाद पत्नी ने उसे बरामदे में सोने को कहा और खुद भी बिस्तर पर सो गई। रात 1:30 बजे के बाद पत्नी की आंख खुली।
सुबह करीब 2:45 बजे देखा तो रंजीत बिस्तर पर नहीं था
जब गांव वालों ने रंजीत की पत्नी से घटना के बारे में पूछा तो उसने बताया कि सुबह करीब 2:45 बजे उसकी आंख खुली। उसने बिस्तर पर देखा तो रंजीत वहां नहीं था। उसने इधर-उधर ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला। फिर उसने खिड़की से बाहर देखा तो रंजीत रस्सी से लटका हुआ था। उसने शोर मचाया तो घरवाले और पड़ोसी इकट्ठा हो गए।
बच्चों के झूले की रस्सी से बनाया फंदा
लोगों का कहना है कि रंजीत की जेब से एक सुसाइड नोट मिला। उसमें सिर्फ इतना लिखा था कि वह अपनी मर्जी से जान दे रहा है और इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। मरने से पहले उसने घर में अपने बच्चों के लिए बनाया झूला खोला। उसकी रस्सी से फंदा बनाया और लटक गया। गांव वाले और पड़ोसी हैरान रह गए।
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