Edited By Sunita sarangal,Updated: 16 Sep, 2021 02:15 PM
दरअसल, हरीश रावत कांग्रेस हाईकमान को पंजाब मामलों से मुक्त करने के लिए कह चुके हैं क्योंकि इसके चलते वह उत्तराखंड में ठीक से ध्यान नहीं दे पा रहे....
चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत की मुश्किलें अभी कम होती दिखाई नहीं दे रही। दरअसल, हरीश रावत कांग्रेस हाईकमान को पंजाब मामलों से मुक्त करने के लिए कह चुके हैं क्योंकि इसके चलते वह उत्तराखंड में ठीक से ध्यान नहीं दे पा रहे। उनका कहना था कि वह अपना पूरा ध्यान उत्तराखंड के चुनावों पर लगाना चाहते हैं। लेकिन उनकी उम्मीदों पर उस समय पर पानी फिर गया जब हाईकमान द्वारा उन्हें फिर से उन्हें पंजाब प्रभारी की ड्यूटी सौंप दी गई है।
बता दें कि पंजाब कांग्रेस में पहले से ही दो पक्ष बन चुके हैं। एक जो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ हैं और दूसरा पक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है। इसी के चलते अब नवजोत सिंह सिद्धू के पक्ष द्वारा विधायक मीटिंग बुलाने की बात कही गई है जिसके चलते हरीश रावत ने एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और सीनियर नेता प्रियंका गांधी से मुलाकात की। पंजाब कांग्रेस में चल रहे घमासान से हरीश रावत भी अब परेशान हो चुके हैं इसलिए उन्होंने इस ड्यूटी से मुक्त होने की बात कही थी लेकिन हाईकमान ने बिगड़ रहे हालातों को देखते हुए उन्हें फिर से पंजाब संभालने का जिम्मा सौंप दिया है।
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