Edited By Sunita sarangal,Updated: 17 Nov, 2019 08:29 AM
चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट के रनवे पर लैंडिंग सिस्टम (एल.आई.एस.) कैट-1 व 2 को अपडेट कर दिया गया है।
चंडीगढ़(लल्लन यादव): चंडीगढ़ इंटरनैशनल एयरपोर्ट के रनवे पर लैंडिंग सिस्टम (एल.आई.एस.) कैट-1 व 2 को अपडेट कर दिया गया है। अब फॉग के दौरान फ्लाइट्स डिले तो हो सकती हैं लेकिन कैंसिल नहीं। यह कहना है इंटरनैशनल एयरपोर्ट के सी.ई.ओ. सुनील दत्त का। उन्होंने प्रैस कॉन्फ्रैंस के दौरान बताया कि रनवे पर आर.वी.आर. (रनवे विजुअल रेंज) सिस्टम लगा दिया गया है। इससे विमानों को कम विजीबिलिटी में भी लैंड करने में सहायता मिलेगी। अभी तक चंडीगढ़ एयरपोर्ट के रनवे पर न्यूनतम 1200 मीटर की विजीबिलिटी तक ही विमान लैंड कर पाते थे लेकिन आर.वी.आर. लगने और कैट सिस्टम को अपडेट करने के बाद अब विमान 800 मीटर की विजीबिलिटी में भी लैंड कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि कैट-1 में अप्रोच लाइट लगा दी गई हैं, जिससे अब विजीबिलिटी कम होने पर भी फ्लाइट्स टेकऑफ और लैंडिंग में कोई परेशानी नहीं होगी। अगर फॉग ज्यादा हुई तो फ्लाइट्स की लैंडिंग जीरकपुर की तरफ से भी करवाई जा सकती है क्योंकि इस तरफ लैंडिंग इंस्ट्रूमैंट सिस्टम कैट-2 लगा हुआ है। एयरपोर्ट पर कैट-3 सिस्टम लगने में अभी वक्त लगेगा क्योंकि इसके लिए कुछ तकनीकी खामियों को दूर करना पड़ेगा। इसमें कई महीने लग सकते हैं। अगर एयरपोर्ट पर कैट-3 सिस्टम लग जाता है तो विमान 100 मीटर की विजीबिलिटी में भी आराम से लैंड कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि अभी इंटरनैशनल फ्लाइट्स के लिए कोई भी एयरलाइन कंपनी आगे नहीं आ रही है। उम्मीद है कि वर्ष 2020 के समर शैड्यूल के दौरान ही कोई इंटरनैशनल फ्लाइट शुरू हो सकती है।