Edited By Tania pathak,Updated: 25 Sep, 2021 10:50 AM
शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उन्हें गिरफ्तारी की कोई परवाह नहीं है। सरकार बताए कि गिरफ्तारी देने कहां आना है ताकि समय और शक्ति की बर्बादी न हो। पंजाब के राज्यपाल से मुलाकात के बाद...
चंडीगढ (अश्वनी): शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उन्हें गिरफ्तारी की कोई परवाह नहीं है। सरकार बताए कि गिरफ्तारी देने कहां आना है ताकि समय और शक्ति की बर्बादी न हो। पंजाब के राज्यपाल से मुलाकात के बाद बादल ने कहा कि नई सरकार का एकमात्र निशाना बदलाखोरी है। सरकार अफसरों को अकाली नेताओं को गिरफ्तार करने के बदले पुरस्कार के तौर पर ताकत वाली पोस्ट पर लगाने की पेशकश कर रही है।
कई अफसरों ने खुद फोन करके बताया है कि उन पर दबाव डाला जा रहा है। बादल ने कहा कि उन्होंने अफसरों से कहा कि वे घबराएं नहीं बल्कि जो सरकार कह रही है, वही करें। शिअद भी देखता है कि कौन संविधान की रेखा पार करता है।
बादल ने कहा कि यह सरकार अपनी खींचतान तथा नालायकी को शिअद के बड़े नेताओं को गिरफ्तार करके छिपाना चाहती है लेकिन ये अकालियों को डरा नहीं सकते। जिस काम में इंदिरा गांधी फेल हो गई थी, उसमें नए कांग्रेसी कैसे सफल होंगे? उन्होंने कहा कि जिस दिन से अकाली पैदा हुए, उस दिन से बदलाखोरी, दमन तथा गिरफ्तारियों का सामना कर रहे हैं।
राज्यपाल से उचित मुआवजे का मामला उठाया
सुखबीर बादल ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल के पास किसानों की अधिगृहीत की जा रही जमीन का उचित मुआवजा न देने तथा किसानों को खासतौर पर बीमारी तथा नकली बीजों व दवाइयों के कारण पड़े घाटे का मामला उठाया है और उचित मुआवजा देने की मांग की।
गैर-संवैधानिक सुपर मुख्यमंत्री को अपने पर हावी न होने दें चन्नी
सुखबीर बादल ने कहा कि जनता जानना चाहती है कि असली मुख्यमंत्री नवजोत सिंह सिद्धू हैं या चन्नी क्योंकि सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी के साथ ऐसे व्यवहार कर रहे हैं, जैसे वह उनके कोई स्टाफ मैंबर हों। दूसरा सवाल यह भी है कि 2022 के चुनाव में पंजाब कांग्रेस का असली फेस कौन है, मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी या फिर नवजोत सिद्धू? बादल ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से कहा कि वह जिस पद पर बैठे हैं, उसके अनुसार व्यवहार करें तथा एक गैर-संवैधानिक सुपर सी.एम. को उन पर नकली तथा रबड़ की मोहर की तरह समझकर हावी न होने दें। बादल ने कहा कि कांग्रेस यह संदेश भेजकर अनुसूचित जाति के लोगों का अपमान कर रही है कि चन्नी मुख्यमंत्री पद के लिए 5वां विकल्प थे। चन्नी को तो अकाली दल का आभार व्यक्त करना चाहिए क्योंकि पार्टी द्वारा एस.सी. वर्ग से उप-मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा करने के कारण ही कांग्रेस सरकार को उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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