Edited By Sunita sarangal,Updated: 12 Jan, 2021 04:00 PM
लुधियाना का कारोबारी भी हुआ ठगी का शिकार, पुलिस में की शिकायत
लुधियाना(बेरी): लुधियाना में घरों में काम करने वाले नौकर कम ही मिलते हैं। ऐसे में लोग इंटरनैट का सहारा लेते हैं और अलग-अलग प्लेसमैंट कंपनियों से संपर्क करते हैं ताकि उन्हें 24 घंटों घर में रहकर कामकाज करने के लिए नौकर मिल जाए। मगर दिल्ली में कई ऐसी ठगी की प्लेसमैंट कंपनियां चल रही हैं, जोकि ऐसे ही किसी शिकार के इंतजार में होती है। जब कोई इंटरनैट से उन कंपनियों के संपर्क में आता है तो कंपनी उन्हें नौकर प्रोवाइड करवा पूरे साल के पैसे एडवांस ले लेती है। लेकिन, उनके द्वारा रखवाए गए नौकर/नौकरानी एक या 2 महीने काम करने के बाद घर का सामान चुराकर गायब हो जाते हैं। इस कंपनी की ठगी का शिकार लुधियाना का एक कारोबारी भी हुआ है।
जानकारी देते हुए कारोबारी राजन बजाज ने बताया कि उसे घर में नौकरानी की जरूरत थी, इसलिए उसने इंटरनैट पर प्रिती प्लेसमैंट कंपनी और जे.बी. मैनपॉवर सर्विस के साथ संपर्क किया। उसे घर में 2 नौकरानियां चाहिए थीं। दोनों कंपनियों ने उन्हें 2 नौकरानी प्रोवाइड करवाई थी। इसके एवज में उसने एक साल के एडवांस पैसे भी दिए थे और एक साल काम करने का फार्म भर कर दिया था। जिसमें कंपनी की तरफ से पुलिस वेरिफिकेशन और अन्य औपचारिकता भी पूरी करने का वादा किया गया था। लेकिन, सिर्फ डेढ़ महीने बाद ही दोनों लड़कियां बिना बताए गायब हो गई। जोकि जाते हुए घर से कैश और सोने के गहने भी चुराकर ले गई थी। राजन का कहना है कि यह कंपनियां ही नौकर भेजती हैं और फिर उनके जरिए घर का सामान चुराकर उन्हें वापस अपने पास बुलाकर किसी अन्य जिलों में काम करने के लिए भेज देते हैं।
दोनों नौकरानियों के कंपनी को दिए थे 2.46 लाख रुपए एडवांस, डेढ़ महीने बाद ही भागी
राजन का कहना है कि कंपनी की तरफ से सरिता और लाल मिनी कुमारी को घर भेजा गया। उनके आधार कार्ड में झारखंड का एड्रेस था। कंपनी से एक साल के लिए नौकरानियां ली गई थीं। इसलिए कंपनी ने उनसे 1.23 लाख एक लड़की का लिया था। जबकि दोनों का 2.46 लाख रुपए दिए थे। दोनों नौकरानियों का घर में खाना-पीना व सोना फ्री था। राजन का कहना है कि उनका कंपनी के साथ एक साल का करार हुआ था कि दोनों एक साल के लिए उनके पास काम करेगी। मगर दोनों डेढ़ महीने बाद ही घर से गायब हो गर्ई। जोकि घर से कैश एवं सोने के जेवर भी चुराकर ले गई।
संपर्क करने पर उल्टा कंपनी वालों ने धमकाया
शिकायतकर्ता के मुताबिक नौकरानियों के फरार होने के बाद उन्होने दोनों कंपनियों से बात की। कंपनी वालों ने उनकी बात तो क्या सुननी थी, उल्टा उन्हें धमकाने लगे। वह कहने लगे कि उन्होने लड़कियों को गायब किया है। राजन का कहना है कि पहले तो वह डर गया। मगर बाद में उसे समझ आया कि वह ठगी का शिकार हो चुका है। इसलिए उसने इसकी पुलिस को शिकायत दी।
नौकर, किराएदार या ड्राइवर रखने संबंधी समय-समय पर हिदायतें जारी की जाती हैं कि उनकी वेरिफिकेशन करवानी चाहिए। ऐसी ठग कंपनियों से सावधान रहना चाहिए और किसी को भी एडवांस में पेमेंट नहीं देनी चाहिए। अगर उनके पास कोई ऐसी शिकायत आती है, तो उसकी जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
- राकेश अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर