Edited By Kalash,Updated: 02 Nov, 2025 01:37 PM

जालंधर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है।
पंजाब डेस्क : जालंधर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पुलिस ने ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसे चार साल पहले जेल रिकॉर्ड में मृत दिखाया गया था। आरोपी का नाम हिमांशु है, जो रेलवे कॉलोनी का रहने वाला है। वह वर्ष 2018 में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था।
बताजा जा रहा है कि हिमांशु को 8 अक्टूबर 2021 को पैरोल पर रिहा किया गया था, लेकिन वापस जेल लौटने के बजाय उसने फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाकर खुद को मृत दिखा दिया। इस आधार पर जेल प्रशासन ने उसे मृत मान लिया और उसका नाम कैदियों की सूची से हटा दिया गया।
इसके बाद चालाकी से फर्जी दस्तावेजों की मदद से हिमांशु ने नई पहचान बनाई और सूरानस्सी इलाके में अपनी बुआ के घर रहने लगा। उसने दाढ़ी बढ़ाकर और रहन-सहन बदलकर अपनी पहचान छिपा ली। हाल ही में पुलिस को सूचना मिली कि रिकॉर्ड में मृत बताया गया व्यक्ति जिंदा है। जांच में खुलासा हुआ कि हिमांशु की 'मौत' केवल कागजों पर दर्ज थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और अब यह जांच कर रही है कि उसने फर्जी दस्तावेज कहां और किसकी मदद से बनवाए।
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