Edited By Sunita sarangal,Updated: 28 Feb, 2020 12:48 PM

चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इस बार होली स्वदेशी होगी। बाजार में से चाइनीज उत्पाद गायब हो गए हैं तथा स्वदेशी पिचकारी, रंग, गुब्बारों की भरमार है।
संगरूर/बरनाला(विवेक सिंधवानी, गोयल): चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इस बार होली स्वदेशी होगी। बाजार में से चाइनीज उत्पाद गायब हो गए हैं तथा स्वदेशी पिचकारी, रंग, गुब्बारों की भरमार है।
हालांकि मेड इन इंडिया उत्पादों के दाम चाइनीज उत्पादों के मुकाबले ज्यादा होते हैं, बाजार में फैंसी आइटम भी इस बार स्वदेशी ही है। चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप है जिस कारण चीन से विभिन्न उत्पादों का आयात प्रभावित हुआ है। व्यापारियों के मुताबिक होली के चाइनीज उत्पादों का पूर्व में किया गया स्टाक पहले ही बिक चुका है। फिलहाल होली का जो स्टाक व्यापारी मंगवा रहे हैं उसमें अधिकांश उत्पाद मेड इन इंडिया हैं। होली 10 मार्च को है तथा अब धीरे-धीरे होली की तैयारियां शुरू होने लगी हैं। इस बार बाजार में चाइनीज पिचकारियां और अन्य उत्पाद कम देखने को मिलेंगे।
दरअसल कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण चाइनीज उत्पाद देश में नहीं आ रहे हैं। ऐसे में इस बार होली पर देसी उत्पादों की झलक बाजार से लेकर घरों तक ज्यादा देखने को मिलेगी। इससे पहले पिछले एक दशक से तकरीबन हर त्यौहार पर चाइनीज आइटमें बाजार में मजबूती से पकड़ बना लेती थीं। दीवाली पर चाइनीज झालर और कैंडल तो रक्षाबंधन पर चाइनीज राखियां बाजार में दिखाई पड़ती थीं। होली पर भी चाइनीज पिचकारियों तथा रंग की बाजार में जमकर खरीददारी होती थी लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से यह उत्पाद बाजारों में नहीं आ सकेंगे। पिछले साल की बची हुई पिचकारियां ही बाजार में दिखेंगी।