Edited By Vatika,Updated: 26 May, 2022 10:38 AM

पंजाब में स्वास्थ्य मंत्री डा. विजय सिंगला के भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान
जालंधर(धवन): पंजाब में स्वास्थ्य मंत्री डा. विजय सिंगला के भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने मंत्रियों के लिए एक नया फरमान जारी कर दिया है जिससे कि भ्रष्टाचार का कोई अन्य मामला सामने न आ सके।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने मंत्रियों को नसीहत दी है कि वह अपने रिश्तेदारों को ओ.एस.डी. लगाने से गुरेज करें। भ्रष्टाचार के रूप में पकड़े गए डा. विजय सिंगला ने अपने रिश्तेदार प्रदीप कुमार को अपना ओ.एस.डी. लगाया हुआ था जिसने सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर से कमिशन की मांग की थी। मुख्यमंत्री भगवंत मान का कहना है कि सरकारी कामकाज में पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए आम आदमी पार्टी के विधायकों को भी अपने रिश्तेदारों को अपने साथ जोडऩे से गुरेज करना चाहिए क्योंकि अतीत में ये बातें देखने में आई थीं कि निर्वाचित विधायक भी अपने रिश्तेदारों को अपने ओ.एस.डी. के रूप में नियुक्त कर लेते थे। इससे भ्रष्टाचार पनपता था जिससे सियासी नेताओं की छवि पर दाग लगता था।
मुख्यमंत्री ने कल राज्य के सभी मंत्रियों को भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद अपने पास बुलाया था और नए दिशा-निर्देशों से अवगत करवाया था। डा. सिंगला का मामला सामने आने के बाद अब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल व उनकी टीम भी पंजाब के मंत्रियों तथा विधायकों के ऊपर नजर रख कर चलेगी। यद्यपि भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की जिम्मेदारी प्रत्यक्ष तौर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान के कंधों पर आती है लेकिन जिस तरह डा. सिंगला का मामला उजागर होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने खुलकर भगवंत मान का समर्थन किया है उसके बाद तो राज्य के सभी मंत्री अब चौकन्ने होकर काम करने लगे हैं। मंत्रियों के ऊपर अब एक प्रकार से तलवार लटक गई है। अगर भगवंत मान 2 महीने में ही अपने एक मंत्री के विरुद्ध कड़ा एक्शन ले सकते हैं तो कल को अगर किसी अन्य मंत्री का मामला सामने आता है तो उसके विरुद्ध भी ऐसी कार्रवाई करने से भगवंत मान गुरेज नहीं करेंगे।