नागरिकता कानून जरूरी था, कोई बाहर से आकर हमारे हक कैसे ले सकता है : बिट्टा

Edited By Sunita sarangal,Updated: 29 Jan, 2020 01:37 PM

citizenship law necessary bitta

हमारे देश के लोगों का हक दूसरे देश के लोग कैसे ले सकते हैं? किसी भी मुसलमान भाई को कानून बनने के बाद यह नहीं कहा गया है कि आप देश छोड़कर चले जाएं।

जालंधर(विक्रम): हमारे देश के लोगों का हक दूसरे देश के लोग कैसे ले सकते हैं? किसी भी मुसलमान भाई को कानून बनने के बाद यह नहीं कहा गया है कि आप देश छोड़कर चले जाएं। कुछ लोगों ने बेवजह माहौल बनाया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद के खिलाफ काम कर रहे हैं, उन्हें सदा सलाम करता रहूंगा। यह बात एंटी-टैरेरिज्म फ्रंट के प्रधान मनिंद्रजीत सिंह बिट्टा ने पंजाब केसरी के साथ एक बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून बनना जरूरी था। उन्होंने कहा कि न तो भाजपा, न कांग्रेस, न सी.पी.आई. और न ही किसी सी.पी.एम. तथा न ही किसी सिख भाई पर आंच आई?

मैं किसी की वकालत नहीं कर रहा लेकिन एक बात साफ कर दूं कि यह हिंदुस्तान कोई धर्मशाला नहीं है कि आप पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान या कोई और बॉर्डर पार करके हिंदुस्तान में घुस जाए। हमारी युवा पीढ़ी है चाहे किसी भी धर्म से हो और पढ़-लिखकर मेहनत करती है, उनका भविष्य कैसे सुरक्षित रहेगा? किस कानून ने कहा है कि हिंदुस्तान के मुसलमान देश छोड़कर चले जाएं। यह सिर्फ एक भेड़चाल है जो अफवाह फैलाई जा रही है। हमारे गुरुओं ने इस मुल्क के लिए शहादतें दी हैं और बाहर के लोग आकर हमारा हक ले लेंगे यह कैसे संभव है?

ननकाना साहिब के दोषी को हम माफ नहीं कर सकते
जब इस मुल्क का बंटवारा हुआ तो मुस्लिम भाई पाकिस्तान चले गए, आज मुझे बताएं कि वहां हमारे सिख भाइयों की हालत क्या है? पाकिस्तान में हमारे पवित्र धर्मस्थान गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के बारे में पाकिस्तान के मुस्लिम यह कहें कि हम इसका नाम बदल देंगे और इसे तोड़ेंगे। उनकी हिम्मत कैसे हुई इतनी बात कहने की, हिंदुस्तान में अगर वे लोग होते तो लोग उनके टुकड़े कर देते। अब कहां हैं सिख धर्म की बात करने वाले वे कथित हितैषी और खालिस्तानी लोग?

मैं अगर बम और गोलियों की वजह से अपाहिज न होता तो भेस बदलकर पाकिस्तान जाता और दोषी का सिर काटकर गुरु महाराज के चरणों में भेंट करता। खालिस्तान की बात करने वाले अब कहते हैं कि उन्होंने माफी मांग ली है, क्या माफी मांगने से उन्हें माफ कर देना चाहिए? राजनीतिक पार्टियों के जो लोग उनकी वकालत करते हैं वे तो सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं। उन्होंने तो डेरा सच्चा सौदा को भी माफ कर दिया था वोट के लिए। ननकाना साहिब के दोषी और डेरा सच्चा सौदा को हम कभी भी माफ नहीं कर सकते। 

दूसरे राज्यों से बेहतर होंगे जम्मू-कश्मीर के हालात
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को हटाए जाने के संबंध में सवाल करने पर बिट्टा ने कहा कि हम एक साल बाद इस मसले पर बात करेंगे तो आप यकीन मानिए कि वहां के हालात बाकी राज्यों से अच्छे होंगे। यह आप मेरे से लिखवाकर रख लीजिए। वहां के लोगों को रोजगार देना है चाहे वे किसी भी धर्म के हों, वहां अमन कायम करने के लिए सख्ती बरती जानी जरूरी थी। हमारे जवान आए दिन वहां शहादत दे रहे हैं। वहां के लोग भी आई.ए.इस., आई.पी.एस. बनें लेकिन ये सब तभी हो पाएगा जब वहां पत्थरबाजी बंद होगी। धारा 370 हटाए जाने के बाद कहां पत्थरबाजी हुई बताइए। इसके बाद हमारा अगला मिशन पी.ओ.के. होगा। 

ये राजनीतिक लोग हैं, वोट की राजनीति करते हैं
सी.ए.ए. और एन.आर.सी. को लेकर अकाली दल का स्टैंड है कि इसमें मुस्लिमों को भी शामिल किया जाए और इसी बात को लेकर उन्होंने दिल्ली में गठबंधन तोड़ दिया। इस पर बिट्टा ने कहा कि ये राजनीतिक लोग हैं, वोट की राजनीति करते हैं। जिन्होंने कत्लेआम किया लोग तो उनके लिए भी खड़े हो जाते हैं। आप राजनीति की बात छोड़ दीजिए, मैं सच्चा भारतीय होने के नाते अपने विचारों के अनुसार काम करना चाहता हूं। ये लोग तो आज कुछ कहते हैं, कल कुछ और कहेंगे।

पन्नू पंजाब में 100 लोगों को ही इकट्ठा करके दिखा दे
रैफरैंडम-2020 को लेकर बिट्टा ने कहा कि इस मुहिम की अगुवाई करने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू से मैं कहना चाहता हूं कि हम भारत सरकार को चिट्ठी लिखते हैं कि पन्नू को 15 दिन के लिए भारत आने दिया जाए और उसे कोई हाथ न लगाए। पन्नू 100 लोग भी इकट्ठे नहीं कर सकता। क्या खालिस्तान सिर्फ पंजाब के लोगों से बनेगा? पंजाब के बाहर जो सिख हमसे से भी ज्यादा हैं, अमीर और श्रद्धावान हैं उनके बच्चे भी सुबह उठकर कीर्तन करते हैं, वे हमारे आदर्श हैं न कि पन्नू जैसे लोग। पन्नू से हम कहेंगे कि 100 लोग भी इकट्ठे हो गए तो खालिस्तान की चर्चा कर लेंगे। उन्होंने कहा कि पन्नू गुरु महाराज का सिख ही नहीं है क्योंकि उसके सिर पर बाल ही नहीं हैं। इन लोगों ने ननकाना साहिब के मसले पर क्यों कुछ भी नहीं बोला? 

बिट्टा ने कहा कि खालिस्तान न कभी बना था और न बनेगा, ये सिर्फ पाकिस्तान के इशारों पर दुकानदारियां चल रही हैं। इस मसले पर दुनियाभर में बैठे सिखों को बदनाम किया जा रहा है। कुछ लोग हालात बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं पर हम ऐसा होने नहीं देंगे।

भारतीय होने का फख्र मगर सिख होने पर हमें नाज 
बीते दिनों आर.एस.एस. प्रमुख का बयान आया कि भारत में जितने भी लोग रह रहे हैं वे सभी हिंदू हैं। इस पर उन्होंने कहा कि हम फख्र से कहते हैं कि हम भारतीय हैं लेकिन सिख होने पर हमें नाज है। गुरु गोबिंद सिंह ने मजलूमों की हिफाजत के लिए सिख कौम सजाई थी। हमारा गौरवमयी इतिहास है। सिख कौम एक अलग मार्शल कौम है। भारत ही नहीं, देश-दुनिया के लोग इसे अलग तरह से देखते हैं।

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