Edited By Vatika,Updated: 26 Oct, 2020 02:39 PM
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के कारण पंजाब में आने वाले 2-4 दिनों में पूरी तरह से ब्लैकआऊट हो जाएगा।
पटियाला: कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के कारण पंजाब में आने वाले 2-4 दिनों में पूरी तरह से ब्लैकआऊट हो जाएगा। उक्त जानकारी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की तरफ से दी गई है। इस संबंधित गहरी चिंता ज़ाहिर करते हुए कैप्टन ने कहा कि यदि किसानों ने अपना धरना खत्म नहीं किया तो 2-4 दिनों के बाद पंजाब पूरी तरह अंधेरे में डूब जाएगा।
कैप्टन ने कहा कि पंजाब में किसी प्लांट के पास कोयला नहीं है और न ही सरकार के पास दूसरे राज्यों से बिजली खरीदने के लिए पैसे हैं। कोयले की कमी के कारण पंजाब में सिर्फ़ एक ही थर्मल प्लांट चल रहा है और यदि वह भी बंद हो गया तो पंजाब को इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि किसानों की लड़ाई केंद्र के साथ है लेकिन उनके संघर्ष का पंजाब को नुक्सान हो रहा है, जिसको लेकर किसान जत्थेबंदियों को सोचना चाहिए। कैप्टन ने किसानों को दोबारा अपील की कि उन्हें पंजाब की जगह दिल्ली में धरने लगाने चाहिएं क्योंकि पंजाब में धरनों के कारण आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य के मंत्री किसान जत्थेबंदियों के साथ बातचीत कर रहे हैं जिससे इस समस्या से निपटा जा सके।