Edited By Vatika,Updated: 21 Aug, 2019 02:05 PM
करनाल बाईपास पर सड़क हादसे में NRI समेत मारे गए तीन लोगों के परिवारों पर दुखों पहाड़ टूट पड़ा।
लुधियाना(महेश): करनाल बाईपास पर सड़क हादसे में NRI समेत मारे गए तीन लोगों के परिवारों पर दुखों पहाड़ टूट पड़ा। सलेम टाबरी निवासी हरजोत सिंह जोता (24) की मौत का पता चलते ही उनके परिवार उसकी बहन की शादी की तैयारियों में जुटा हुआ था। यही हाल जालंधर बाईपास के निकट गांव भोरा के बलदेव सिंह व बंगा के गांव अटारी के मनजीत राम के घर का था।
इस हादसे में बलेदव व मंगत राम की मौत हुई है। बलदेव 10 साल बाद लंदन से स्वदेश लौटा था। बलदेव अपनी भांजी राजन को दिल्ली एयरपोर्ट पर छोड़कर वापस आ रहा था। करनाल बाईपास हाइवे पर उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर विपरीत दिशा में आ रहे ट्रक की चपेट में आ गई, जिससे तीनों की मौत हो गई। गाड़ी हरजोत चला रहा था। टैक्सी उसी की थी। हरजोत की मां मनजीत कौर, बड़ी बहन हरप्रीत कौर व छोटे भाई प्रभजोत सिंह का रो-रोकर बुरा हाल था।
मां बार-बार भगवान को दुहाई दे रही थी। वह कह रही थी कि जोते ने बहन की शादी को लेकर कई सपने संजोए थे। अक्तूबर महीने में उसकी शादी है। कुछ दिन पहले घर में पाठ भी रखवाया गया। जोत बहन की डोली उठाने को लेकर बेहद उत्सुक था और शादी की जोर-शोर से तैयारियां कर रहा था। उसे यकीन नहीं हो रहा है कि उसका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा। पिता के विदेश जाने के बाद पूरे परिवार की देखभाल का जिम्मा उसके कंधों पर था, जिसे वह बखूबी निभा रहा था।