Edited By Vatika,Updated: 16 Oct, 2019 01:39 PM
कहते हैं प्यार न उम्र देखता है न मजहब और न ही सरहदें। कुछ ऐसा ही मामला पठानकोट का सामने आया है, जहां 37 वर्षीय महिला अपनी सगी बेटी के पति के बड़े भाई को दिल दे बैठी।
पठानकोटः कहते हैं प्यार न उम्र देखता है न मजहब और न ही सरहदें। कुछ ऐसा ही मामला पठानकोट का सामने आया है, जहां 37 वर्षीय महिला अपनी सगी बेटी के पति के बड़े भाई को दिल दे बैठी। इसके बाद दोनों सात फेरे लेकर शादी के बंधन में बंध गए और अब बेटी की मां उसकी जेठानी बन गई। ससुराल वालों की तरफ से नवविवाहित महिला का विरोध किया जा रहा है, जिस कारण वह अदालत में सुरक्षा की मांग कर रही है।
जानकारी के अनुसार गुरदासपुर के युवक(21) निवासी हरी दरबार की खानपुर की लड़की (18) के साथ फेसबुक पर दोस्ती हुई, जो प्यार में बदल गई। दोनों ने 6 माह पहले लव मैरिज की थी। इसी बीच लड़की की 37 वर्षीय मां और बेटी के 22 वर्षीय जेठ के बीच प्य़ार का सिलसिला शुरू हो गया। बताया जाता है कि बेटी का जेठ अक्सर नौकरी के कारण पठानकोट आ जाता था।
इसी दौरान दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा जो शादी तक पहुंच गया। इसके बाद दोनों ने 2 अक्टूबर को एक मंदिर में शादी कर ली। परिवार द्वारा विरोध करने पर महिला ने अपने नए पति और खुद की सुरक्षा को लेकर कोर्ट में अर्जी देकर गुहार लगाई है। कोर्ट इस याचिका पर 31 अक्टूबर को सुनवाई करेगा।