Edited By Urmila,Updated: 28 Oct, 2025 11:03 AM

शहर के दस एनआरआईज को सामूहिक विवाह समारोह आयोजित कराने के नाम पर कुल 10 लाख रुपए ठगे गए।
जालंधर : शहर के दस एनआरआईज को सामूहिक विवाह समारोह आयोजित कराने के नाम पर कुल 10 लाख रुपए ठगे गए। आरोप है कि ठगों ने पैसों का इस्तेमाल पैलेस बुकिंग और गरीब परिवारों को मकान बनाने के बहाने मांगा, लेकिन बाद में पता चला कि ऐसा कोई समारोह हुआ ही नहीं।
जानकारी के अनुसार, कनाडा और अमेरिका से लौटे एनआरआई सरबजीत सिंह, सुरजीत लाल और अजीत सिंह ने बताया कि करीब चार महीने पहले उन्हें इंटरनेट कॉल आई थी। स्कैमर ने खुद को “बेसहारों का सहारा फाउंडेशन, नवांशहर” का प्रतिनिधि बताया और कहा कि उनकी संस्था अब तक 100 से ज्यादा लड़कियों की शादी कर चुकी है।
एनआरआईज ने आगे बताया कि स्कैमर ने उन्हें 10 जरूरतमंद लड़कियों की शादी करवाने के लिए हर लड़की के लिए दहेज देने की बात कही और पैसों की मांग की। सोशल मीडिया पर फोटो और ग्राफ दिखाकर उन्हें भरोसा दिलाया गया।
जब एनआरआई नवांशहर पहुंचे और आयोजक से संपर्क करना चाहा, तो उसका मोबाइल बंद मिला और वह सोशल मीडिया से भी गायब हो चुका था। आसपास के लोगों ने बताया कि इस इलाके में कई सालों से सामूहिक शादियां आयोजित नहीं होती हैं।
एनआरआई सुरजीत लाल ने कहा कि उन्होंने जो पैसे पैलेस और टेंट के लिए भेजे थे, उसमें से करीब दो लाख रुपए शराब पर खर्च करवा दी गई। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर 8 लाख रुपए स्कैमर के अकाउंट में ट्रांसफर किए।
गांव रंधावा मसंदा के नंबरदार जुगल किशोर ने कहा कि इस तरह के ठगी के मामले बढ़ रहे हैं और लोगों से अपील की है कि बिना वेरिफिकेशन पैसे न दें। उन्होंने बताया कि ठगों के नंबर और बैंक डिटेल लेकर साइबर थाने में शिकायत की जाएगी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here