Edited By Sunita sarangal,Updated: 14 Oct, 2019 10:29 AM
बेशक पंजाब सरकार लाख दावे कर रही है कि थानों के आधुनिकीकरण के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
जालंधर(शौरी): बेशक पंजाब सरकार लाख दावे कर रही है कि थानों के आधुनिकीकरण के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है लेकिन सरकार की कथनी और करनी में कितना अंतर है, इसका अंदाजा पुलिस लाइन रोड स्थित देहात के महिला थाने को देखकर लगाया जा सकता है। जहां प्रवेशद्वार के नाम पर दीवार तोड़कर रास्ता बनाया गया है। बात करें थाने के भीतर की तो भीतर का नजारा पुरानी हिन्दी फिल्मों की तरह देखने को मिल रहा है। खस्ताहाल थाना में टूटे बैंच व मेज लगाकर महिला पुलिस कर्मचारी लोगों से पब्लिक डील करते देखी जा सकती है। एक पुलिस कर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बारिश होने पर सीमैंट की चादरों से पानी टपकता है जिससे छतरी लेकर काम करने को उन्हें मजबूर होना पड़ता है। वहीं, कम्यूटर के ऊपर लिफाफा चढ़ाकर रखने को वे विवश हैं। थाना इंचार्ज के कमरे का दरवाजा भी काफी समय से टूटा हुआ है जिससे इंचार्ज के रूम में रखे रिकार्ड का रब्ब ही राखा है। थाने में शौचालयों का भी बुरा हाल है।
थाने में मच्छरों की भरमार
गंदगी से भरे थाने में मच्छरों की भरमार है। थाने में कई स्थानों पर बारिश का पानी जमा होने के कारण भारी मात्रा में मच्छर व गंदी बदबू फैली हुई है। पता चला है कि कुछ दिन पहले ही एक काऊंसलिंग के लिए आए व्यक्ति को डेंगू मच्छर ने काट लिया जिससे वह बीमार हो गया।
कीड़ों वाला पानी पी रहे इंसान
थाने में लोगों के लिए पानी पीने के लिए लगा वाटर कूलर की हालत देखकर ही मन विचलित हो जाता है। इसको पानी सप्लाई देने के लिए टैंकी लगी है और आर.ओ. लगाना शायद थाने वाले भूल गए हैं। हैरानीजनक बात तो यह देखने को मिली कि वाटर कूलर का ढक्कन खुला था और कूलर के भीतर मच्छरों और कीड़े तैरते नजर आ रहे थे।
अपाहिजों के लिए व्हीलचेयर तक नहीं
थाने में आने वाले अपाहिजों को किसी प्रकार की मुश्किल का सामना न करना पड़े और उन्हें व्हीलचेयर पर थाने के भीतर व बाहर छोड़ने का प्रबंध हो लेकिन महिला थाने में तो यह नियम लागू ही नहीं है। आज भी एक अपाहिज महिला को बड़ी मुश्किल से थाने के भीतर व बाहर जाते हुए देखा गया। थाना इंचार्ज भूपिंद्र कौर ने कहा कि थाने की खस्ता हालत के बारे में कई बार उच्चाधिकारियों को लिख चुकी हूं लेकिन फंड न होने के कारण थाने की बिल्डिंग की मुरम्मत नहीं हो रही है।