Edited By swetha,Updated: 03 Feb, 2020 11:52 AM
गन्ने की फसल की अधिक पैदावार और लेबर की किल्लत से निपटने के लिए गन्ने की बिजाई और कटाई के लिए आधुनिक मशीनरी होना समय की बड़ी जरूरत है जिसे अपनाए बिना लाभप्रद बनाना मुश्किल है।
चंडीगढ़(रमनजीत): गन्ने की फसल की अधिक पैदावार और लेबर की किल्लत से निपटने के लिए गन्ने की बिजाई और कटाई के लिए आधुनिक मशीनरी होना समय की बड़ी जरूरत है जिसे अपनाए बिना लाभप्रद बनाना मुश्किल है। इन विचारों का खुलासा सहकारिता मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने वसंतदादा शूगर इंस्टीच्यूट (वी.एस.आई.) पुणे में दूसरी अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रैंस के अवसर पर प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए किया। रंधावा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और वी.एस.आई. के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार की उपस्थिति में गन्ने की खेती के लिए अपेक्षित आधुनिक मशीनरी पर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
उन्होंने पवार के समक्ष सहकारिता लहर को मजबूत करने के साथ गन्ने की फसल को प्रफुल्लित करने और चीनी मिलों के पुनर्जीवन के लिए पंजाब और महाराष्ट्र सरकारों द्वारा क्षेत्र में मिलकर काम करने की पेशकश की। साथ ही कहा कि भारत सरकार के पास भी पहुंच की जाए कि सिंचाई की बूंद प्रणाली, गन्ने की बिजाई और कटाई के लिए आधुनिक मशीनरी के प्रयोग के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु स्कीम शुरू की जाए। चीनी मिलों को पुनर्जीवित करने के लिए भी केंद्र सरकार को आगे आना चाहिए जिससे किसानी की आय में विस्तार हो सकता है। पवार ने मंत्री को विश्वास दिलाया कि वी.एस.आई. द्वारा पंजाब को हर प्रकार की मदद मुहैया करवाई जाएगी। इस मौके पर वी.एस.आई. के डायरैक्टर जनरल शिवाजीराओ देशमुख, शूगरफैड के चेयरमैन अमरीक सिंह आलीवाल, पंजाब के रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं विकास गर्ग और शूगरफैड के एम.डी. पुनीत गोयल भी उपस्थित थे।