Edited By Vatika,Updated: 22 Nov, 2022 02:25 PM
अब धान की फसल की कटाई भी लगभग पूरी हो चुकी है।
पंजाब डेस्कः पंजाब में पराली में आग लगाने के मामलों के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, पिछले तीन वर्षों में इस वर्ष सबसे कम पराली जली है, जिसके ताजा आंकड़े सामने आए है। इन आकंड़ों के अनुसार पिछले तीन वर्षों में 20% कम पराली जली।
जागरूकता और प्लानिंग ने निभाई अहम भूमिका
अगर बात करें, वर्ष 2020 में 20 नवंबर तक पराली जलाने के कुल 75,986 मामले थे। वहीं 20 नवंबर 2021 तक 70,711 मामले थे कि इस वर्ष कम होकर सिर्फ 49,775 मामले रह गए हैं। यानी पिछले वर्षों की तुलना में 20.3% स्थान पर कम पराली जलाई गई। अब धान की फसल की कटाई भी लगभग पूरी हो चुकी है। इस वर्ष राज्य में पराली जलाने के मामलों में कमी लाने में जागरूकता और प्लानिंग ने अहम भूमिका निभाई है।
मान सरकार ने पराली को ‘पराली धन’ में बदला
भगवंत मान सरकार ने पराली को ‘पराली धन’ में बदलने के कई बड़े कदम भी उठाए हैं, जिनमे पराली से ईंधन बनाना और केरल को पराली निर्यात करना प्रमुख हैं।आपको बता दें कि गत रविवार को पराली के जलाने के करीब 368 मामले सामने आए थे। पंजाब में 2019 में 55,210 और 2018 में 50,590 पराली जलाने की घटनाएं सामने आई थीं जबकि इस साल 49,775 मामले ही अभी तक दर्ज किए गए हैं।