Edited By Tania pathak,Updated: 29 Jul, 2020 01:07 PM
खेती आर्डीनैंस को लेकर पिछले दिनों किसानों की तरफ से बठिंडा में ट्रैक्टरों पर सवार हो कर केंद्र और पंजाब सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया गया था। उसमें हिस्सा लेते हुए बलदीप कौर की तरफ से ट्रैक्टर चला कर पंजाब सरकार के...
बठिंडा (कुनाल बांसल): बठिंडा के गांव मेहमा भगवाना की रहने वाली 17 साल की लड़की में जुनून ताकत और हिम्मत लड़को से कम नहीं है। दसवीं कक्षा बढ़िया नंबरों से पास करने वाली लड़की बलदीप कौर खेती खेती भी बखूबी करती है। तीन बहनों में से बलदीप कौर सबसे छोटी है परन्तु उसमें ज्ञान और समझदारी काफ़ी ज़्यादा है, जिस कारण उसके परिवार को काफ़ी मान है। अपने पिता के साथ खेती करके बलदीप कौर काफ़ी गर्व महसूस करती है। उसे अच्छा लगता है कि वह अपने पिता के साथ काम में मदद कर रही है। वह काम साथ-साथ आगे पढ़ाई भी इसी तरह जारी रखेगी।
खेती आर्डीनैंस को लेकर पिछले दिनों किसानों की तरफ से बठिंडा में ट्रैक्टरों पर सवार हो कर केंद्र और पंजाब सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया गया था। उसमें हिस्सा लेते हुए बलदीप कौर की तरफ से ट्रैक्टर चला कर पंजाब सरकार के ख़िलाफ़ भी प्रदर्शन किया गया था।
इस संबंधी बलदीप कौर की दादी और चाचा ने बताया कि उनका परिवार शुरू से ही किसानों के हक के लिए संघर्ष कर रहा है। हर समय अपनी मांगें मनवाने के खिलाफ हमने सरकारों के आगे प्रदर्शन किया है। उसकी तीन पोतियां हैं, जिसमें से सबसे छोटी बलदीप कौर जो कि अपने पिता के साथ खेत में काम करने जाती है। यह पढ़ाई में भी बहुत होशियार है। उन्होंने कहा कि वह हर बार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार सुनती नहीं। इस बार जो किसानों के खिलाफ केंद्र सरकार लेकर आ रही है, सरासर गलत है, जिसका हम विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि यह विरोध उस समय तक जारी रहेगा, जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मान लेती।