Edited By Urmila,Updated: 10 Jun, 2024 02:32 PM

फिरौती मांगने वालों के खिलाफ जारी कार्रवाई को तेज करते हुए जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है।
जालंधर (वरुण, सोनू, महेश): जालंधऱ: पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने कनाडा स्थित आतंकवादी लखबीर सिंह लंडा समूह से जुड़े तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है और जबरन वसूली करने वालों पर शिकंजा कसा है।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि जतिंदर सिंह, जो कोहली स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, लेदर कॉम्प्लेक्स के सुरक्षा अधिकारी हैं, ने शिकायत की थी कि 03 जून को सुबह लगभग 5:15 बजे दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर मुख्य द्वार से आए और उन्हें देखकर पीछे बैठे व्यक्ति ने उसे जान से मारने की कोशिश में उस पर गोली चला दी। उन्होंने बताया कि थाना बस्ती बावा खेल जालंधर में एफआईआर 90 दिनांक 03-06-2024 के तहत 307,34 आईपीसी, 25/27 आर्म्स एक्ट, 386,387,120बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया था।
स्वपन शर्मा ने कहा कि मामला दर्ज होने के बाद विशेष टीमों का गठन किया गया, जिन्होंने आरोपियों की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, भूपिंदर सिंह उर्फ बंटी और जगरूप सिंह उर्फ जोपा के रूप में की है।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस ने गुरप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने कबूल किया है कि स्कूल छोड़ने के बाद वह यादविंदर सिंह उर्फ यादा और लखबीर लंडा के साथ मिलकर तरनतारन में डकैती, रंगदारी और शहर में गैर कानूनी हथियार और शहर की प्रमुख हस्तियों को निशाना बनाने के लिए गोलीबारी की घटनाओं में शामिल था। उन्होंने कहा कि गुरप्रीत के खिलाफ पहले से ही चार मामले लंबित हैं और वह गिरफ्तारी से बचने के लिए अक्सर अपना पता बदलता रहता था। स्वपन शर्मा ने कहा कि वह लखबीर सिंह लंडा और यादविंदर सिंह के आदेशानुसार अपराध करता रहा।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि गुरप्रीत की भूपिंदर ने मदद की थी, जिसने स्वीकार किया कि उसने डकैती और जबरन वसूली सहित कई अपराध किए हैं। उन्होंने कहा कि भूपिंदर के खिलाफ 23 मामले लंबित थे और वह 7 साल की सजा के बाद 2024 में जेल से रिहा हुआ था। स्वपन शर्मा ने कहा कि तीसरे आरोपी जगरूप सिंह का अपने चाचा के साथ संपत्ति विवाद चल रहा था, जिसके कारण एफ.आई.आर. बाद में वह यादविंदर सिंह और लखबीर सिंह के साथ उलझ गया और एक अलग पहचान में रह रहा था क्योंकि उसके खिलाफ आठ मामले लंबित थे।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि आरोपियों को विदेश आधारित हैंडलर द्वारा प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्य को खत्म करने का काम सौंपा गया था। उन्होंने कहा कि वे सीमा पार हथियारों/मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल थे और 35 आपराधिक मामलों में शामिल थे। स्वपन शर्मा ने कहा कि आरोपी के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है और मामले की आगे की जांच की जा रही है।

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