Edited By Vatika,Updated: 06 Oct, 2023 09:05 AM

फैक्ट्री में भीषण आग लगने से 4 लोग जिंदा जल गए। इस घटना से करोड़ों रूपये का नुक्सान हुआ है।
अमृतसरः मजीठा रोड नागकलां में दवाइयों की फैक्ट्री में भीषण आग लगने से 4 लोग जिंदा जल गए। इस घटना से करोड़ों रूपये का नुक्सान हुआ है। जानकारी के अनुसार फैक्टरी के अंदर पड़े अचानक कैमिकल के ड्रम ब्लास्ट हुए।

जैसे ही आग लगने की सूचना फायर बिग्रेड को मिली तो नगर निगम एवं ढाब बस्ती राम सेवा सोसायटी की गाड़िया पहुंची लेकिन आग इतनी ज्यादा थी कि खन्ना पेपर मिल एवं एयरोपोर्ट की गाड़ियां भी मंगवानी पड़ी। वहीं मौके पर प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे। उक्त क्वालिटी फार्मा फैक्टरी में आग ज्यादा होते मौके पर पहुंची एसडीएम ने मजीठा से भी फायर बिग्रेड की गाड़ियां मंगवाई व जेसीवी मशीनें मगवाई ताकि आस-पास कहीं आग न फैले। मौके पर फायर आफिसर दिलबाग सिंह,अनिल लूथरा,जगमोहन सिंह,जोगिंदर सिंह मौके पर मौजूद थे। फायर कर्मियों ने बताया कि आग लगने का कोई कारण अभी पता नहीं है। आग इतनी भयानक थी कि फैक्टरी का एक हिस्सा पूरी तरह जलकर राख हो गया जिससे करोड़ों रूपये का नुक्सान हुआ है। आग लगने को लेकर फैक्टरी के मालिकों ने कोई ब्यान नहीं दिया। फायर आफिसर ने बताया कि फैक्टरी के अंदर अल्कोहल स्टोर की थी उसके कारण ही ब्लास्ट हुए । उन्होंने कहा कि 10 से 15 गाड़िया आग बुझाने के लिए लगी हुई थी।
अल्कोहल कैमिकल के ड्रम होते रहे ब्लास्ट
फैक्टरी के अंदर भारी मात्रा में अल्कोहल कैमिकल के ड्रम पड़े थे वहीं कोई यह भी कह रहा था कि इनमें तेल है जिससे आग ज्यादा फैल रही थी। फैक्टरी के अंदर से ड्रम ब्लास्ट होते रहे जिससे फायर कर्मियों को आग बुझाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। फायर कर्मी देर रात तक आग बुझाने में लगे रहें। आसमान में धूंए के लपटे दूर -दूर से नजर आ रही थी । धूआं ज्यादा होने के कारण भी फायर कर्मियों को फैक्टरी के अंदर जाने में मुश्किल आई ।
फायर सिस्टम सभी को लगाना जरूरी है।
कर्मशियल आदारों में चाहे वह रेस्टोंरेंट है या होटल फैक्टरी हर व्यकित को अपनी सेफ्टी को देखते हुए फायर सिस्टम लगवाना जरूरी है। जिन आदारों में फायर सिस्टम पूरी तरीके से लगे होते है उनमें जब कोई आग जनी की घटना होती है तो उसपर तरूंत काबू पा लिया जाता है।
फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारियों के परिवारिक सदस्य हुए परेशान
फैक्टरी में आग लगने से उसमें काम करने वाले जो लोग घर नहीं पहुंचे तो उन्हें जब पता लगा कि फैक्टरी में आग लगी है तो उनके परिवारिक सदस्य फैक्टरी में पहुंचे। लेकिन कई परिवार उनकों जब ढूंढने के लिए पहुंचे तो एक युवक का मोटर साइकल तो फैक्टरी के बाहर लगा था लेकिन वह न तो घर पहुंचा ता न वह अंदर मिल रहा था । वहीं एक महिला की बहन भी वहां पहुंची उसने बताया कि उसकी बहन रोजाना साढे पांच बजे घर पहुंच जाती थी लेकिन वह नहीं पहुंची व न मिल रही है। जब पारिवारिक सदस्यों वहां पहुंचे तो फैक्टरी के अंदर फायर बिग्रेड ने सर्च अभियान चलाया ।